स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक खिलौनों को मिलेगी नई उड़ान! सीडैक-नोएडा और लिगो समूह के बीच ऐतिहासिक समझौता

स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक खिलौनों को मिलेगी नई उड़ान! सीडैक-नोएडा और लिगो समूह के बीच ऐतिहासिक समझौता

नई दिल्ली, 06 फरवरी 2025 – भारत के इलेक्ट्रॉनिक खिलौना उद्योग को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लक्ष्य से एक ऐतिहासिक पहल की गई है। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय (MEITY) के तहत सीडैक-नोएडा ने विश्व प्रसिद्ध लिगो समूह के साथ आशय पत्र (LOI) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस साझेदारी के तहत भारतीय नवाचार और युवा इंजीनियरों को अंतरराष्ट्रीय मार्गदर्शन मिलेगा, जिससे स्वदेशी खिलौना उद्योग को नई ऊंचाइयां छूने का अवसर प्राप्त होगा।

नवाचार और आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम
यह पहल विशेष रूप से SC/ST और पूर्वोत्तर क्षेत्र के युवा इंजीनियरों को सशक्त बनाने के लिए बनाई गई है। इन इंजीनियरों को इलेक्ट्रॉनिक खिलौनों के डिजाइन, निर्माण और स्वचालन तकनीक में दक्ष बनाया जाएगा। एक वर्ष के इस कार्यक्रम में पहले छह महीने सीडैक-नोएडा की अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं में व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा, जबकि शेष छह महीने उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार प्रोटोटाइप निर्माण पर केंद्रित होंगे।

भारत से डेनमार्क तक नवाचार का सफर
इस साझेदारी के अंतर्गत, लिगो इंडिया प्रत्येक बैच से 1-2 होनहार छात्रों को डेनमार्क स्थित लिगो मुख्यालय, बिलुंड में प्रशिक्षण के लिए भेजेगा। साथ ही, लिगो के वैश्विक विशेषज्ञ वेबिनार और वर्कशॉप्स के जरिए खिलौना निर्माण, मानकों और नवाचार पर प्रशिक्षण देंगे।

भविष्य के ‘मेक इन इंडिया’ खिलौनों की नींव
इस ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर 06 फरवरी 2025 को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय में किए गए, जिसमें वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, उद्योग जगत के दिग्गज और लिगो समूह के शीर्ष नेतृत्व ने भाग लिया। इस सहयोग से भारत के स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक खिलौना उद्योग को वैश्विक मंच पर पहचान मिलेगी और मेक इन इंडिया अभियान को नई गति प्रदान होगी।

???? "स्वदेशी खिलौने, वैश्विक पहचान – नवाचार से आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और कदम!"