दिल्ली ब्लास्ट पर महबूबा मुफ्ती का तीखा बयान: “कश्मीर की हमारी मुसीबत लाल किले के सामने बोल पड़ी… क्या दिल्ली इसे समझेगी?”

दिल्ली ब्लास्ट पर महबूबा मुफ्ती का तीखा बयान: “कश्मीर की हमारी मुसीबत लाल किले के सामने बोल पड़ी… क्या दिल्ली इसे समझेगी?”

दिल्ली ब्लास्ट के बाद राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। इसी कड़ी में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बेहद तीखा और विवादास्पद बयान दिया है, जिसने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि— “कश्मीर की जो हमारी मुसीबत थी, वह लाल किले के सामने बोल पड़ी। क्या दिल्ली वालों को यह समझ है?” उनका इशारा यह था कि जिस दर्द, असुरक्षा और उथल-पुथल को कश्मीर वर्षों से झेल रहा था, अब वही घटनाएँ देश की राजधानी में सामने आने लगी हैं। उन्होंने आगे सवालिया अंदाज़ में केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा—
“या वो यह सोचते हैं कि जितना ब्लास्ट होगा, जितना हिंदू–मुस्लिम होगा, जितना खून-खराबा होगा… उतना पोलराइजेशन होगा, और उन्हें वोट ज्यादा मिलेंगे?” मुफ्ती के इस बयान ने राजनीतिक वातावरण को और गर्म कर दिया है। विपक्ष इसे “सच्चाई की कड़वी आवाज़” बता रहा है, जबकि सत्ता पक्ष इसे “बेहद गैर-जिम्मेदाराना और भड़काऊ टिप्पणी” करार दे रहा है। दिल्ली के लोगों में भी इस बयान को लेकर बहस तेज़ हो गई है। कुछ इसे चेतावनी की तरह देख रहे हैं, तो कुछ इसे अनावश्यक राजनीतिक रंग दिया जाना मान रहे हैं। फिलहाल, दिल्ली ब्लास्ट के बाद सुरक्षा एजेंसियाँ अलर्ट पर हैं और राजनीतिक गलियारों में बयानबाज़ी का दौर जारी है।