करवल मझगांवा- अतायर मार्ग पर गंदगी से हाहाकार, ग्राम प्रधान की सख्ती से खुली जिम्मेदारों की नींद

करवल मझगांवा- अतायर मार्ग पर गंदगी से हाहाकार, ग्राम प्रधान की सख्ती से खुली जिम्मेदारों की नींद

आर.वी.9 न्यूज़ | संवाददाता, चंद्रप्रकाश मौर्य


गगहा (गोरखपुर)।
ग्राम पंचायत करवल ऊर्फ मझगांवा से होकर जाने वाले अतायर मार्ग पर स्थित राधिका विद्यालय के पास नाली का गंदा पानी अब लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया था। सड़क पर लगातार बह रहे इस दूषित पानी ने न केवल राहगीरों और विद्यार्थियों की परेशानी बढ़ाई, बल्कि दुर्गंध और बीमारियों का खतरा भी सिर चढ़कर बोलने लगा था।


बच्चों की राह बनी कष्टभरी, स्कूल तक पहुंचना चुनौती

हर सुबह विद्यालय जाने वाले छोटे-छोटे बच्चों को इस गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। स्कूल बैग थामे, पैर ऊपर उठाए बच्चे जब इस रास्ते से गुजरते हैं, तो दृश्य किसी प्रशासनिक उदासीनता की कहानी कह देता है। स्थानीय दुकानदारों और अभिभावकों ने कई बार इस समस्या की शिकायत की, लेकिन लंबे समय तक समाधान न मिलने से जनता में रोष था।


ग्राम प्रधान और विकास अधिकारी की त्वरित कार्रवाई, जारी हुआ नोटिस

आख़िरकार, इस गंभीर समस्या को देखते हुए ग्राम प्रधान संदीप मोदनवाल और ग्राम विकास अधिकारी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दुर्गविजय यादव पुत्र बैजनाथ यादव को नोटिस जारी किया। नोटिस में स्पष्ट कहा गया है कि —

“नाली के पानी की उचित निकासी की व्यवस्था करें, अन्यथा प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी।”

साथ ही यह भी चेतावनी दी गई है कि यदि तत्काल सुधार नहीं किया गया तो यह मामला उच्च अधिकारियों तक भेजा जाएगा।


ग्राम प्रधान बोले — “गांव की स्वच्छता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता”

ग्राम प्रधान संदीप मोदनवाल ने कहा —

“गांव की स्वच्छता और बच्चों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी को भी सार्वजनिक मार्ग या विद्यालय क्षेत्र में असुविधा फैलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हम चाहते हैं कि करवल मझगांवा स्वच्छ, सुंदर और सुरक्षित बने — यही हमारा संकल्प है।”

प्रधान की इस सख्त और जिम्मेदार पहल की ग्रामीणों में भूरि-भूरि प्रशंसा हो रही है।


गांववासियों ने कहा — “प्रधान जी का यह कदम सराहनीय”

स्थानीय नागरिकों ने प्रधान की इस तत्परता को “गांव के प्रति सच्ची जिम्मेदारी” बताया। गांव के बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक सभी ने कहा कि यह पहली बार है जब किसी समस्या पर इतनी तेजी से कदम उठाया गया है। “प्रधान जी ने जो किया, वो पूरे गांव के हित में है। अगर प्रशासन इसी तरह सक्रिय रहे, तो हमारा गांव आदर्श बन सकता है,” एक दुकानदार ने उत्साहपूर्वक कहा।


एक वर्ष से बह रहा था नाबदान का पानी, अब दिखी उम्मीद

करीब एक वर्ष से राधिका महाविद्यालय मोड़ से लेकर अतायर गडही मार्ग तक सड़क पर नाबदान का पानी गिर रहा था। कई बार किसान नेता दिलीप किसान ने शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन समस्या जस की तस बनी रही। गुरुवार को दोपहर लगभग दो बजे जब सड़क पर जमा पानी में ईंट का टुकड़ा गिरा, तो स्कूल की गाड़ी निकालने में दिक्कत हुई। कर्मचारी आए, निरीक्षण किया और फिर चलते बने — लेकिन अब ग्राम प्रधान के कदम से लोगों में राहत की उम्मीद जगी है।


दुर्गंध और जलभराव से व्यापार प्रभावित

विद्यालय के सामने की सड़क पर जमा पानी के कारण दुकानदारों का धंधा भी प्रभावित हुआ है। “गंदगी और बदबू से ग्राहक तक नहीं आते,” दुकानदारों ने कहा। लोगों को उम्मीद है कि ग्राम प्रधान के निर्देश पर जल्द ही नाली की सफाई और मरम्मत का कार्य शुरू किया जाएगा।


प्रधान की पहल बनी उम्मीद की किरण

करवल मझगांवा- अतायर मार्ग की गंदगी अब सिर्फ समस्या नहीं, बल्कि प्रशासनिक जवाबदेही का प्रतीक बन चुकी है। ग्राम प्रधान संदीप मोदनवाल की सख्त कार्यवाही और साफ दृष्टिकोण ने दिखा दिया है कि अगर इच्छाशक्ति हो तो बदलाव संभव है। स्थानीय नागरिक अब यह उम्मीद लगाए बैठे हैं कि इस स्वच्छता अभियान की गूंज सिर्फ करवल मझगांवा ही नहीं, बल्कि पूरे गगहा क्षेत्र में एक नए संदेश के रूप में फैलेगी।