आरआईएनएल में सतर्कता जागरूकता सप्ताह-2024 का समापन समारोह आयोजित
आरआईएनएल विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र ने आज आरआईएनएल के एल एंड डीसी सभागार में मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) डॉ. एस. करुणा राजू, आईएएस के कुशल नेतृत्व में केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार सतर्कता जागरूकता सप्ताह (वीएडब्ल्यू-2024) का सफल समापन एक भव्य समापन समारोह के आयोजन के साथ किया। समारोह का शुभारम्भ मुख्य अतिथि, डॉ. अब्राहम वरुगीस, निदेशक, एनएसटीएल विशाखापत्तनम, आरआईएनएल निदेशकों, सीआईएसएफ कमांडेंट, विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों, आरआईएनएल कर्मचारियों, स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों सहित सम्मानित अतिथियों के गर्मजोशी से स्वागत के साथ हुआ। मुख्य अतिथि, डॉ. अब्राहम वरुघीस, निदेशक एनएसटीएल, विशाखापत्तनम, मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) डॉ. एस. करुणा राजू, आईएएस और आरआईएनएल निदेशकों ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का औपचारिक उद्घाटन किया। इसके बाद, चिन्मय बाल विहार विद्यालय के विद्यार्थियों ने एक भावपूर्ण प्रार्थना गीत प्रस्तुत किया। इस गीत से कार्यक्रम के लिए एक चिंतनशील स्वर स्थापित हुआ।
कार्यक्रम में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सीवीसी के संदेश पढ़कर सुनाए गए, जिसमें शासन में ईमानदारी के महत्व पर बल दिया गया था।
आरआईएनएल के मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) डॉ. एस. करुणा राजू ने एक प्रभावशाली भाषण दिया, जिसमें सरकारी संगठनों में ईमानदारी की संस्कृति को प्रोत्साहन देने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर बल दिया गया। डॉ. एस. करुणा राजू ने ईमानदारी के लिए प्रतिबद्धता के महत्व को रेखांकित करते हुए इस बात पर बल दिया कि जनता का विश्वास बनाने के लिए पारदर्शिता और उत्तरदायित्व आवश्यक है। उन्होंने ईमानदारी से समझौता किए जाने पर संगठनों पर पड़ने वाले गहरे प्रभावों के बारे में बात करते हुए नेताओं के बीच नैतिक व्यवहार और सार्वजनिक खरीद प्रक्रियाओं में ईमानदारी की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। डॉ. एस. करुणा राजू, आईएएस ने भ्रष्टाचार रोधी अभियान को राष्ट्रीय अनिवार्यता घोषित किया और सभी से जीवन के हर क्षेत्र में सतर्क रहने का आग्रह किया। मुख्य अतिथि डॉ. अब्राहम वरुघीस, निदेशक एनएसटीएल ने आरआईएनएल के वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करते हुए इस वर्ष के विषय "राष्ट्र की समृद्धि के लिए ईमानदारी की संस्कृति" पर प्रकाश डाला। उन्होंने ईमानदारी, व्यक्तिगत नैतिकता और नैतिक व्यवहार के बीच गहरे संबंध पर बल देते हुए बताया कि कैसे ये तत्व प्रभावी शासन और टिकाऊ आर्थिक विकास में योगदान देते हैं।
डॉ. वरुघीस ने कहा कि ईमानदारी की संस्कृति को प्रोत्साहन देना एक साझा दायित्व है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ऐसी प्रतिबद्धता के माध्यम से राष्ट्र वास्तव में फल-फूल सकता है और समृद्ध हो सकता है। उनके भाषण ने दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया, जिससे सार्वजनिक और निजी जीवन के सभी पहलुओं में ईमानदारी को प्रोत्साहन देने के लिए नए सिरे से समर्पण की प्रेरणा मिली। मुख्य अतिथि डॉ. अब्राहम वरुघीस को आज के वीएडब्ल्यू-2024 समापन समारोह में डॉ. एस. करुणा राजू, आईएएस, सीवीओ आरआईएनएल के साथ श्री सीएच एसआरवीजीके गणेश, निदेशक (वित्त) और श्री जीवीएन प्रसाद, निदेशक (वाणिज्यिक) द्वारा सम्मानित किया गया।
समारोह का मुख्य आकर्षण पुरस्कार वितरण समारोह था, जिसमें वीएडब्ल्यू-2024 के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। मुख्य अतिथि, सीवीओ, आरआईएनएल निदेशकों द्वारा उन प्रतिभागियों की उपलब्धियों का उत्सव मनाते हुए पुरस्कार प्रदान किए गए जिन्होंने सतर्कता और निष्ठा की अपनी समझ का प्रदर्शन किया।
इससे पहले, सतर्कता विभाग ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से तीन महीने के सतर्कता जागरूकता अभियान के दौरान आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों का अवलोकन प्रस्तुत किया। इसका उद्देश्य “राष्ट्र की समृद्धि के लिए ईमानदारी की संस्कृति” विषय को बढ़ावा देना था, जिसमें जागरूकता कार्यक्रम, ग्राम सभा, रोड शो, विद्यार्थियों, कर्मचारियों और उनके आश्रितों के लिए प्रतियोगिताएं, वॉकथॉन, सोशल मीडिया जनसंपर्क और गतिशील डिजिटल उपस्थिति पर केंद्रित कार्यशालाएं सम्मिलित थीं। पहलों को जागरूकता पैदा करने और ईमानदारी और भ्रष्टाचार रोधी चर्चाओं में प्रतिभागियों को शामिल करने के लिए तैयार किया गया था।
आरआईएनएल के सतर्कता विभाग के विभागाध्यक्ष श्री दीपांकर दास ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
समापन समारोह ने न केवल वीएडब्ल्यू-2024 के समापन को चिह्नित किया, बल्कि पारदर्शिता और नैतिक शासन के प्रति आरआईएनएल की प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि भी की तथा भविष्य की पहलों के लिए एक मिसाल कायम की।