लोन वसूली का काला सच! ठाणे में 1.8 लाख के लोन ने ली एक और जान—कब रुकेगा यह शोषण?

ठाणे: महाराष्ट्र के ठाणे जिले में 38 वर्षीय अमीन शेख की आत्महत्या ने लोन वसूली के खौफनाक चेहरे को उजागर कर दिया है। अमीन ने 1.8 लाख रुपये का लोन लिया था, जिसे उसने ब्याज सहित 3.30 लाख रुपये चुका भी दिए थे। इसके बावजूद, लगातार धमकियों और वसूली के दबाव ने उसे अपनी जीवन लीला समाप्त करने पर मजबूर कर दिया।
ब्याज की बेड़ियों में जकड़ी जिंदगी!
गणेशपुरी पुलिस थाना क्षेत्र में हुई इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। अमीन ने 14 जनवरी को अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस की जांच में उसके मोबाइल फोन से एक रिकॉर्डेड संदेश मिला, जिसमें अमीन ने अपनी मौत के लिए तीन लोगों को जिम्मेदार ठहराया।
आरोपियों की गिरफ्तारी, न्याय की उम्मीद
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत तीनों आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इनमें से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो अन्य की तलाश जारी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना लोन माफियाओं की बर्बरता को दर्शाती है, जो लोगों को मानसिक रूप से तोड़ देती है।
क्या लोन वसूली का यह क्रूर खेल अब खत्म होगा?
अमीन शेख की मौत सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि समाज के लिए एक कड़ी चेतावनी है। आखिर कब तक ये अमानवीय वसूली का खेल लोगों की जान लेता रहेगा? कब तक कर्ज का दानव हमारी जिंदगियों पर हावी रहेगा?
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जान है तो जहान है!
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