90 वर्षीय प्रसिद्ध हास्य कवि उजबक आजमगढी नहीं रहे
संवाददाता __गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
अपनी कविताओं से लोट पोट कर देने वाले हास्य कवि स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी के दायित्व का निर्वहन करते हुए कवि के रूप में भी एक अलग पहचान बनायी जब मंच पर उजबक आजमगढी का नाम आता था तो श्रोता जोरदार तालियों से स्वागत करते थे यह एक कुशल संचालन कर्ता भी थे। रामाश्रय मिश्र उजबक आजमगढ़ जनपद के रहने वाले थे लेकिन इनका जुड़ाव गोरखपुर जनपद के गगहा थाना क्षेत्र के टिकरी निवासी विनय कुमार शुक्ल से काफी रहा उन्होंने एक युवा साहित्यिक एवं सामाजिक मंच का गठन कर एक नई दिशा दी जिसके संरक्षक उजबक जी रहे वर्ष 2011 में गगहा क्षेत्र में कवि सम्मेलन का शुभारंभ किया जो आज तक चलता आ रहा है।वह 90 वर्ष के थे लेकिन उनका लगाव आज भी कवि सम्मेलन के प्रति था वह मार्च महीने में गगहा में पुनः कवि सम्मेलन कराने की तैयारी में थे लेकिन अचानक बुधवार की शाम गो लोग वासी हो गये उनके निधन की खबर मिलते ही आजमगढ़ व गोरखपुर में शोक की लहर दौड़ पड़ी उनका अंतिम संस्कार वृहस्पतिवार को वाराणसी में किया गया उनके अंतिम दर्शन के लिए गोरखपुर,मउ, आजमगढ़, वाराणसी, देवरिया व विहार से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। क्षेत्र के मुख्तार शाही, प्रमोद शाही,शिव प्रसाद शाही, श्याम सुंदर,सोनू शुक्ला, संजय मिश्रा, हरिओम सिंह, जितेन्द्र शर्मा सहित अनेकों लोगों ने शोक व्यक्त किया।