हॉस्पिटल प्रबंधक पर जानलेवा हमला — बदमाशों की फायरिंग से मची दहशत, सकरी गली और अंधेरे ने बचाई जान!

Or register with email
Join our subscribers list to get the latest news, updates and special offers directly in your inbox
गोरखपुर के दक्षिणांचल स्थित बड़हलगंज कस्बे में बीती रात जनसेवा हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. मनोज यादव पर जानलेवा हमला हुआ। हमलावरों ने असलहे से फायरिंग कर दहशत फैलाई, लेकिन गोली मिस हो जाने से हॉस्पिटल प्रबंधक की जान बाल-बाल बच गई।
डॉ. मनोज यादव अपने हॉस्पिटल का राउंड पूरा कर स्कूटी से अपने किराए के मकान जा रहे थे। जैसे ही वे अंबेडकर चौराहे के पास पहुंचे, पीछे से आई एक सफेद ईको स्पोर्ट्स कार (UP 32 नंबर) ने पीछा करना शुरू कर दिया। सत्कार होटल के पास कार ने ओवरटेक कर रोकने की कोशिश की, लेकिन जब स्कूटी नहीं रुकी तो हमलावरों ने गोली चला दी।
गोली मिस हो जाने के बाद डॉ. मनोज ने कस्बे की सकरी गलियों और अंधेरे का फायदा उठाकर हॉस्पिटल की ओर भाग कर अपनी जान बचाई। पीछे से बदमाश पीछा करते रहे, लेकिन उन्हें पकड़ नहीं पाए।
घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी चंद्रभान सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने अंबेडकर चौराहे से लेकर हॉस्पिटल के रास्ते में लगे सभी CCTV कैमरों की जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़ित से तहरीर ले ली गई है और जांच की प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है।
यह पहली बार नहीं है जब हॉस्पिटल प्रशासन को निशाना बनाया गया हो। इससे पूर्व भी डॉ. मनोज यादव और महिला चिकित्सक डॉ. रोली पुरवार को धमकियां मिल चुकी हैं और रंगदारी मांगी गई थी। मगर पुलिस ने अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया, जिससे बदमाशों के हौसले और बुलंद हो गए हैं।
पीड़ित ने दावा किया कि हमलावर जिस कार से पीछा कर रहे थे, उस पर ‘Advocate High Court’ लिखा था। यह बात पुलिस जांच को एक और मोड़ देती है — कहीं यह हमला कानूनी पर्दे के पीछे छिपी दबंगई का संकेत तो नहीं?
क्या शहर में अब डॉक्टर और सेवा प्रदाता भी सुरक्षित नहीं?
जब पहले से धमकी की जानकारी पुलिस को थी, तो सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं की गई?
'हाई प्रोफाइल’ कार पर सवार हमलावरों की जांच क्या सही दिशा में होगी?
यह मामला न सिर्फ एक डॉक्टर पर हमला है, बल्कि कानून और सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर विफलता का संकेत है। प्रशासन से जनता की अपील है कि वह जल्द से जल्द हमलावरों को गिरफ्तार करे और हॉस्पिटल प्रशासन को सुरक्षा प्रदान की जाए।
अहमदाबाद विमान हादसा: 231 DNA सैंपल मैच, 210 शव परिजनों को सौंपे गए
IAEA रिपोर्ट: ईरान के पास हथियारों की सामग्री पर्याप्त, लेकिन परमाणु बम की योजना नहीं
नीरज चोपड़ा की जीत: पेरिस डायमंड लीग में 88.16 मीटर थ्रो, जूलियन वेबर को हराया
डोनाल्ड ट्रंप का बयान: "ईरान परमाणु जानकारी पर तुलसी गबार्ड गलत हैं"
ईरान में भूकंप: न्यूक्लियर साइट्स पर हमलों के बीच सेंट्रल ईरान में 5.5 तीव्रता का झटका
तेज प्रताप-ऐश्वर्या तलाक मामला: पटना कोर्ट में हुई सुनवाई
PM मोदी का कार्यक्रम: विशाखापत्तनम में योग दिवस समारोह में होंगे शामिल