परिषदीय ब्लॉक स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता सम्पन्न
ब्यूरो प्रमुख- एन. अंसारी, मंडल गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
जंगलकौड़िया, गोरखपुर| स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है। हमें पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद पर भी ध्यान देना चाहिए। उपरोक्त बातें खंड शिक्षा अधिकारी जंगल कौड़िया लवकुश कुमार ने ब्लाक स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता 2024 -25 जंगल कौड़िया के उद्घाटन समारोह में कही। ब्लाक स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन महंत अवैद्यनाथ राजकीय स्टेडियम जंगल कौड़िया में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित ब्लाक प्रमुख जंगल कौड़िया बृजेश यादव ने किया। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल को खेल की भावना से खेलना चाहिए न कि हार जीत की भावना से ।
उपस्थित अतिथियों का स्वागत ब्लाक अध्यक्ष अजय कुमार सिंह और ब्लॉक मंत्री जनार्दन श्रीवास्तव ने किया । कार्यक्रम का शुभारंभ नगर व्यायाम शिक्षक अकरम परवेज, जिला व्यायाम शिक्षक श्रवण यादव, संजय पांडेय समस्त सात संकुल की प्रतिभागी टीम, उनके मार्गदर्शक शिक्षकगण, शिक्षा मित्र और अनुदेशक की उपस्थिति में मां सरस्वती की आराधना एवम् झंडा आरोहण से किया गया।
आदरणीय खंड शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए सभी को शुभेच्छा और प्रोत्साहन प्रदान किया गया। मुख्य अतिथि महोदय द्वारा सभी टीमों को प्रेरक तथा उत्साहवर्धक सम्बोधन दिया गया।बच्चो द्वारा प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम का संचालन संगीता तथा रिक ऋचा द्वारा किया गया। ब्लॉक स्तरीय इस प्रतियोगिताओं में खो खो कबड्डी रेस गोला फेंक लंबी कूद समूह गायन समूह नृत्य श्रुतलेख सुलेख आदि का आयोजन अलग अलग प्राथमिक तथा जूनियर संवर्ग में किया गया।
सभी प्रतिभागी टीमों ने एक दूसरे को जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देते हुए अपनी जीत दर्ज किया। प्राथमिक संवर्ग रेस व लंबी कूद में डोहरिया, सिंहोरवा कबड्डी में जंगल कौड़िया, डोहरिया अव्वल रहे।जूनियर संवर्ग रेस में जंगल कौड़िया, गोला क्षेपण में जंगल कौड़िया व डोहरिया, लंबी कूद में डोहरिया, भीटी तथा खो खो व कबड्डी में डोहरिया संकुल अव्वल रहे।लोक नृत्य में जंगल कौड़िया तथा लोकगीत में डोहरिया अव्वल रहे।पुरस्कार वितरण मुख्य अतिथि प्रधान संघ के जिला अध्यक्ष सत्यपाल सिंह द्वारा किया गया साथ ही उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रतिभाओं की नींव गांवो में ही बैठाई जाती है। झंडा अवतरण तथा राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।