पारिवारिक जमीन विवाद बना हत्या की वजह: पत्नी, बेटे और बहू समेत 4 आरोपी गिरफ्तार, साज़िश से किया खौफनाक क़त्ल
आजमगढ़। पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना के निर्देशन में रानी की सराय थाना क्षेत्र में हत्या की एक सनसनीखेज घटना का पर्दाफाश हुआ है। चक सेठवल गांव में पारिवारिक जमीन विवाद के चलते मृतक मणीलाल यादव की हत्या में शामिल उनकी पत्नी, बेटे, बहू और साले समेत चार अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू और तकिया भी बरामद किया है। चक सेठवल निवासी मणीलाल यादव अपनी पैतृक संपत्ति बेचने और शराब पर पैसा खर्च करने की आदत के चलते परिवार में विवादों का केंद्र बन चुके थे। उनके इस व्यवहार से पत्नी चंद्रकला देवी, बेटे रवि यादव, बहू चंदना यादव और साले सुभाष यादव नाराज थे। परिवार को डर था कि बची हुई जमीन भी मणीलाल बेच देंगे, जिससे उनका भविष्य अंधकारमय हो जाएगा।
हत्या की योजना और वारदात
25 नवंबर की रात, परिवार ने मणीलाल को रास्ते से हटाने का निश्चय किया। देर रात करीब 2:30 बजे, सभी अभियुक्तों ने एकसाथ साजिश के तहत मणीलाल को उनके घर में मौत के घाट उतार दिया।
- साले सुभाष यादव ने मृतक का मुंह दबाया।
- पत्नी चंद्रकला और बहू चंदना ने उनके पैर पकड़े।
- बेटे रवि यादव ने उनके हाथ बांध दिए।
मणीलाल को बेहोश करने के बाद सुभाष ने रसोई में इस्तेमाल होने वाले चाकू से उनकी गर्दन रेत दी।
पुलिस की कार्रवाई
हत्या की सूचना 26 नवंबर को मृतक की पत्नी चंद्रकला द्वारा ही दी गई थी, जिसमें उन्होंने अज्ञात व्यक्तियों पर आरोप लगाया था। जांच के दौरान, पुलिस को हत्या में परिवार के ही सदस्यों के शामिल होने के पुख्ता सबूत मिले। 29 नवंबर को थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह और उनकी टीम ने चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल चाकू और तकिया भी बरामद कर लिया।
गिरफ्तार अभियुक्तों की सूची
- सुभाष यादव (मृतक का साला)
- रवि यादव (मृतक का पुत्र)
- चंदना यादव (मृतक की बहू)
- चंद्रकला देवी (मृतक की पत्नी)
पुलिस टीम की सफलता
पुलिस अधीक्षक ने इस मामले का खुलासा करने वाली टीम की सराहना की। टीम में थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह, उपनिरीक्षक संतोष कुमार यादव और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
यह घटना बताती है कि पारिवारिक विवाद और लालच किस कदर रिश्तों को खत्म कर सकता है। पुलिस की तत्परता और ईमानदार जांच ने न केवल इस जघन्य हत्या का खुलासा किया बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि अपराधी कितने भी करीब क्यों न हों, कानून की नज़र से बच नहीं सकते।
"परिवार का विश्वास टूटे, तो घर के चिराग खुद ही बुझ जाते हैं।"