95 वर्षीय मां के लिए ममता और समर्पण ने जीता मौत से जंग, रामरती हॉस्पिटल में हुआ चमत्कारिक ऑपरेशन

95 वर्षीय मां के लिए ममता और समर्पण ने जीता मौत से जंग, रामरती हॉस्पिटल में हुआ चमत्कारिक ऑपरेशन

बड़हलगंज | गोरखपुर:
गोरखपुर-आजमगढ़ मार्ग पर स्थित रामरती हॉस्पिटल में एक असंभव सी लगने वाली चुनौती को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। अस्पताल के चेयरमैन डॉ. एच.एन. सिंह पटेल और उनकी टीम ने 95 वर्षीय बुजुर्ग महिला के जटिल ऑपरेशन को सफलता पूर्वक पूरा कर एक मिसाल पेश की।

दर्द से कराहती आईं थीं माता जी

राजेन्द्र पाल अपनी 95 वर्षीय माता जी को पेट दर्द और सांस फूलने की समस्या के साथ अस्पताल लाए। जाँच में पता चला कि उनके पेट में एक बड़ी गाँठ (Ovarian Cyst) थी। उनकी स्थिति गंभीर थी—ब्लड प्रेशर 160/110 और ऑक्सीजन स्तर मात्र 85%। ऐसे में ऑपरेशन करना अत्यंत जोखिम भरा था। डॉ. सिंह की टीम ने माता जी की स्थिति को देखकर उन्हें उच्च चिकित्सा केंद्र रेफर करने की सलाह दी। लेकिन उनके पुत्र, श्री राजेन्द्र पाल, भावुक होकर बोले, "मेरी मां रोज-रोज मरने से अच्छा है कि एक बार दर्द सहकर चैन से मृत्यु प्राप्त कर लें।" यह सुनकर डॉक्टर और उनकी टीम भी भावुक हो गई और उन्होंने ऑपरेशन करने का निर्णय लिया।

डॉ. डी.के. सिंह (एनेस्थेटिस्ट) और अन्य विशेषज्ञों की मदद से ऑपरेशन शुरू हुआ। कठिन परिस्थितियों और जोखिम के बावजूद, ईश्वर की कृपा और टीम की मेहनत से माता जी का ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा हुआ। ऑपरेशन के बाद माता जी स्वस्थ हैं, और यह न केवल चिकित्सा क्षेत्र के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणादायक घटना है। यह बताता है कि सही समर्पण और प्रयास से असंभव भी संभव हो सकता है।

"रामरती हॉस्पिटल में दिखा मानवता का जज्बा, 95 वर्षीय मां को मिला नया जीवन!"