गोरखपुर: हत्या के दोषी को आजीवन कारावास और 48,000 रुपये का अर्थदंड, 'ऑपरेशन कन्विक्शन' की बड़ी सफलता

गोरखपुर: हत्या के दोषी को आजीवन कारावास और 48,000 रुपये का अर्थदंड, 'ऑपरेशन कन्विक्शन' की बड़ी सफलता

गोरखपुर, 30 अगस्त: वर्ष 2021 में थाना बांसगांव के अंतर्गत पंजीकृत एक हत्या के मामले में दोष सिद्ध होने पर अभियुक्त शशि कुमार को गोरखपुर की न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही अभियुक्त पर 48,000 रुपये का आर्थिक दंड भी लगाया गया है। यह सजा पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश द्वारा चलाए जा रहे 'ऑपरेशन कन्विक्शन' अभियान के अंतर्गत मिली, जिसका उद्देश्य अपराधियों को सख्त सजा दिलाने में तेजी लाना है।

अपर सत्र न्यायाधीश/विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) - 04, गोरखपुर की मा0 न्यायालय ने इस मामले में अभियुक्त शशि कुमार पुत्र केशव प्रसाद राजभर, निवासी ग्राम चतुरबंदुआरी, थाना बांसगांव, जनपद गोरखपुर को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 498ए के तहत दोषी ठहराया। अभियुक्त पर अपनी पत्नी की हत्या का आरोप सिद्ध हुआ, जिसे अदालत ने गंभीरता से लिया और उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

इस फैसले को सफलतापूर्वक हासिल करने में गोरखपुर पुलिस, विशेष रूप से थाना बांसगांव के थानाध्यक्ष श्री पुरुषोत्तम आनंद सिंह और मॉनिटरिंग सेल का महत्वपूर्ण योगदान रहा। साथ ही, इस मामले की पैरवी में सरकारी अधिवक्ता श्री अतुल कुमार शुक्ला और श्री धर्मेन्द्र कुमार दूबे की मेहनत भी रंग लाई, जिनकी प्रभावशाली दलीलों ने अभियुक्त के अपराध को अदालत के सामने स्पष्ट किया। 'ऑपरेशन कन्विक्शन' के अंतर्गत यह फैसला एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश द्वारा शुरू किया गया यह अभियान न्यायिक प्रक्रिया को गति देने और अपराधियों को सजा दिलाने में तेजी लाने की दिशा में एक प्रभावी कदम साबित हो रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह है कि गंभीर अपराधों में शामिल दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जाए, ताकि समाज में कानून और न्याय का विश्वास कायम रहे। इस निर्णय से न केवल पीड़ित परिवार को न्याय मिला है, बल्कि समाज में यह संदेश भी गया है कि कानून के हाथ लंबे हैं और कोई भी अपराधी अपने किए की सजा से बच नहीं सकता। गोरखपुर की अदालत का यह फैसला अपराधियों के लिए एक चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है कि अपराध की दुनिया में कोई भी उनके किए गए अपराध से बच नहीं सकता, और न्यायिक प्रक्रिया उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचाने में सक्षम है। 'ऑपरेशन कन्विक्शन' की इस सफलता से न केवल पुलिस और न्यायपालिका का मनोबल बढ़ा है, बल्कि इससे आम नागरिकों में भी यह विश्वास मजबूत हुआ है कि न्यायिक प्रणाली उनके अधिकारों की रक्षा के लिए तत्पर है।