2025 तक टीबी मुक्त प्रदेश का संकल्प: रेडक्रॉस सोसायटी की पहल से नई ऊर्जा का संचार
गोरखपुर: वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए चल रहे राष्ट्रीय अभियान में इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस अभियान के तहत गोरखपुर में रेडक्रॉस राज्य शाखा उत्तर प्रदेश की महासचिव डॉ. हिमा बिंदु नायक ने टीबी रोगियों को पोषण पोटली वितरित करते हुए समाज में जागरूकता और समर्थन का संदेश दिया।
रेडक्रॉस के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में 50 क्षय रोग पीड़ित मरीजों को पोषण पोटली प्रदान की गई। इस अवसर पर डॉ. नायक ने कहा, "केंद्र और प्रदेश सरकार के टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए रेडक्रॉस सोसायटी का समर्पण सराहनीय है। यह अभियान न केवल रोगियों के शारीरिक स्वास्थ्य को सशक्त करता है, बल्कि समाज में एक नई ऊर्जा का संचार भी करता है।" जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. गणेश यादव ने रेडक्रॉस गोरखपुर के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पिछले एक साल से रेडक्रॉस गोरखपुर लगातार टीबी उन्मूलन के लिए काम कर रहा है। रेडक्रॉस की महासचिव डॉ. नायक ने कार्यक्रम से पूर्व जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र का भी निरीक्षण किया और परिसर में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
रेडक्रॉस के महासचिव के गोरखपुर आगमन पर सभापति शिवेंद्र विक्रम सिंह, सचिव अजय प्रताप सिंह, और रक्तदान प्रभारी ज्ञानेन्द्र ओझा ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर रेडक्रॉस राज्य शाखा के उपसभापति अखिलेन्द्र शाही ने गोरखपुर रेडक्रॉस द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की और समाज सेवा में उनकी भूमिका को सराहा।रक्तदान प्रभारी ज्ञानेन्द्र ओझा ने बताया कि डॉ. हिमा बिंदु नायक के आगमन से रेडक्रॉस सोसायटी के सदस्यों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ है, जो मानव सेवा और सामाजिक कार्यों में रेडक्रॉस की सहभागिता को और बढ़ावा देगा।यह कार्यक्रम न केवल टीबी उन्मूलन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि सामाजिक सहयोग और सेवा के माध्यम से प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में एक सार्थक प्रयास भी है।