गोरखपुर में हाई-प्रोफाइल गंदा खेल: फ्लाई इन होटल बना अय्याशी का अड्डा, पुलिस ने मारा छापा, हुक्का बार सील!

गोरखपुर में हाई-प्रोफाइल गंदा खेल: फ्लाई इन होटल बना अय्याशी का अड्डा, पुलिस ने मारा छापा, हुक्का बार सील!

संवाददाता, नरसिंह यादव, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश

गोरखपुर। शहर के शाहपुर थाना क्षेत्र में एक बड़ा गड़बड़झाला सामने आया है। फ्लाई इन होटल और उसके अंदर संचालित हुक्का बार, जो देह व्यापार और अपराध का अड्डा बन चुका था, उसे प्रशासन ने सील कर दिया है। जीडीए (गोरखपुर विकास प्राधिकरण) की टीम ने सख्त कार्रवाई करते हुए शनिवार को पूरे भवन को सील कर दिया।

अंदर चल रहा था हुक्का बार, लेकिन असलियत थी कुछ और!

गीतावाटिका के पास स्थित फ्लाई इन होटल के ऊपरी तल पर अवैध हुक्का बार चलाया जा रहा था, जिसका संचालन अनिरुद्ध ओझा कर रहा था। दस जनवरी को पुलिस ने यहां छापा मारा, जिसमें देह व्यापार और गैंगरेप की पुष्टि हुई। तीन नाबालिग लड़कियों ने गैंगरेप का केस दर्ज कराया, जिससे मामला और गंभीर हो गया।

 पुलिस ने मारा छापा, सामने आए चौंकाने वाले खुलासे!

थाना प्रभारी नीरज राय ने जीडीए को सूचना दी कि होटल के ऊपरी हिस्से में अवैध गतिविधियां हो रही हैं। जब पुलिस ने कार्रवाई की, तो चौंकाने वाली बातें सामने आईं:
70 से अधिक लड़कियों के नाम और नंबर हुक्का बार संचालक के फोन में मिले।
वॉट्सऐप के जरिए लड़कियों के फोटो और रेट तय किए जाते थे।
गोरखपुर के अन्य पांच बड़े होटलों की भी संलिप्तता उजागर हुई, जिनमें पादरी बाजार और गीडा क्षेत्र के होटल शामिल हैं।

प्रशासन ने कसा शिकंजा, बड़े आरोपियों पर हुई कार्रवाई

फ्लाई इन होटल और रेस्टोरेंट के मालिक अनुराग सिंह, हुक्का बार संचालक अनिरुद्ध ओझा, आदित्य और उसके एक अन्य साथी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस इस मामले में गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर रही है।

जीडीए ने जारी किए थे कई नोटिस, लेकिन जवाब नहीं आया!

गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) ने 5 अक्टूबर 2023 को होटल मालिक अनुराग सिंह को नोटिस जारी किया था, जिसमें अवैध निर्माण रोकने के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद निर्माण कार्य चलता रहा, जिसके बाद जीडीए ने 1 फरवरी 2025 को पूरे भवन को सील कर दिया।

बड़ा सवाल: आखिर कब रुकेगा शहर में यह गंदा खेल?

  • क्या होटलों की आड़ में चल रहे इस गंदे धंधे का पूरी तरह सफाया होगा?
  • ऐसे अपराधों में लिप्त अन्य लोगों पर कब होगी कड़ी कार्रवाई?
  • क्या प्रशासन गोरखपुर को इस दलदल से बाहर निकाल पाएगा?

यह मामला सिर्फ एक होटल का नहीं, बल्कि एक गहरी साजिश का संकेत दे रहा है। पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी से अब यह गोरखपुर की सबसे बड़ी कार्रवाई बन चुकी है। देखना होगा कि आगे क्या कदम उठाए जाते हैं!