टीसीए कल्याणी बनीं देश की नई महालेखा नियंत्रक, 34 वर्षों के अनुभव से करेंगी वित्तीय प्रबंधन को और सशक्त

नई दिल्ली, 1 सितम्बर 2025।
भारतीय सिविल लेखा सेवा (ICAS) की 1991 बैच की वरिष्ठ अधिकारी श्रीमती टीसीए कल्याणी ने आज वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग में महालेखा नियंत्रक (CGA) का पदभार ग्रहण किया। वे इस प्रतिष्ठित पद पर आसीन होने वाली देश की 29वीं अधिकारी बनी हैं।
शिक्षा और उपलब्धियां
श्रीमती कल्याणी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से राजनीति विज्ञान में स्वर्ण पदक के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। इसके बाद उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में स्नातकोत्तर और पश्चिमी यूरोपीय अध्ययन में एम.फिल. किया।
34 वर्षों का अनुभव
लगभग तीन दशकों से अधिक की सेवा में उन्होंने रक्षा, दूरसंचार, उर्वरक, वित्त, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, सूचना एवं प्रसारण और गृह मंत्रालय सहित कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों में कार्य किया है।
➡️ उन्होंने सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन, लेखांकन और शासन के क्षेत्र में व्यापक अनुभव प्राप्त किया।
➡️ उर्वरक खरीद सहायता के लिए किसानों तक प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) योजना लागू करने में अहम भूमिका निभाई।
➡️ MTNL में ऑनलाइन बिल भुगतान और भुगतान कियोस्क शुरू कर डिजिटल परिवर्तन का नेतृत्व किया।
➡️ भारतीय उर्वरक निगम लिमिटेड (FCIL) के पुनरुद्धार में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
हाल की जिम्मेदारियां
CGA का पदभार संभालने से पहले, श्रीमती कल्याणी गृह मंत्रालय में प्रधान मुख्य लेखा नियंत्रक के पद पर कार्यरत थीं, जहाँ उन्होंने बजट और लेखांकन की जिम्मेदारी बखूबी निभाई।
नई उम्मीदें
- महालेखा नियंत्रक के रूप में, उनसे अपेक्षा की जा रही है कि—
- देश की सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणालियों को और मजबूत बनाएंगी।
- सरकारी लेखांकन में नवाचार और पारदर्शिता को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएँगी।
- प्रौद्योगिकी के बेहतर इस्तेमाल से सेवा वितरण में दक्षता को और बढ़ावा देंगी।