पिचएक्स @ ईएसटीआईसी 2025: भारत के डीपटेक भविष्य की चमकदार झलक
नई दिल्ली, 06 नवम्बर 2025 | रिपोर्ट - PIB Delhi
भारत की नई पीढ़ी के वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचारों की शक्ति का भव्य प्रदर्शन करते हुए पिचएक्स @ ईएसटीआईसी 2025 ने देश के डीपटेक भविष्य की एक उज्ज्वल झांकी प्रस्तुत की। इमर्जिंग साइंस एंड टेक्नोलॉजी इनोवेशन कॉन्क्लेव (ESTIC 2025) के दूसरे दिन आयोजित इस आयोजन में भारत के अग्रणी निवेशक, युवा उद्यमी और 20 से अधिक नवोन्मेषी डीपटेक स्टार्टअप एक मंच पर आए — जहां विचार, तकनीक और पूंजी का एक अनोखा संगम देखने को मिला।
डीपटेक नवाचारों की नई उड़ान
इस कार्यक्रम में भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम की उभरती क्षमता का शानदार प्रदर्शन हुआ। पीकएक्सवी, योरनेस्ट, फास्ट इंडिया, आईआईएमए वेंचर्स और सिल्वर नीडल वेंचर्स (SNV) जैसे नामी निवेशकों की मौजूदगी में युवा उद्यमियों ने अपनी अत्याधुनिक तकनीकें और नवीन उत्पाद प्रस्तुत किए। पिचएक्स मंच पर इन स्टार्टअप्स ने दिखाया कि भारत केवल तकनीक का उपभोक्ता नहीं, बल्कि वैश्विक नवाचार का नेतृत्वकर्ता बनने की राह पर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
डॉ. जितेंद्र सिंह का संदेश: ‘डीपटेक भारत के आत्मनिर्भर भविष्य की रीढ़’
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस अवसर पर कहा कि भारत की डीपटेक क्रांति को अब नई ऊर्जा मिल रही है। उन्होंने हाल ही में शुरू की गई 1 लाख करोड़ रुपये की अनुसंधान, विकास और नवोन्मेषण (RDI) योजना को इस परिवर्तन का प्रमुख इंजन बताया।
डॉ. सिंह ने कहा —
“भारत का डीपटेक भविष्य अब केवल एक सपना नहीं, बल्कि एक रणनीतिक मिशन बन चुका है। प्रारंभिक उद्योग संपर्क, निरंतर निवेश और निजी क्षेत्र की सक्रिय भागीदारी से हम दुनिया की तकनीकी दिशा तय करने की स्थिति में हैं।”
डीएसटी सचिव अभय करंदीकर की घोषणा
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST) के सचिव प्रो. अभय करंदीकर ने बताया कि डीएसटी और प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (TDB) शीघ्र ही डीपटेक स्टार्टअप्स में प्रारंभिक निवेश शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है — “विज्ञान आधारित स्टार्टअप्स को उस मुकाम तक पहुंचाना जहां वे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आत्मनिर्भर और अग्रणी बन सकें।”
डीपटेक शोकेस: नवाचार और आत्मविश्वास का संगम
भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों द्वारा नामित 30 उत्कृष्ट डीपटेक स्टार्टअप्स ने इस शोकेस में भाग लिया। ये स्टार्टअप्स उन क्षेत्रों से जुड़े थे जो भारत के भविष्य की दिशा तय करेंगे — जैसे:
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अंतरिक्ष एवं रक्षा तकनीक
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क्वांटम टेक्नोलॉजी और एआई (Artificial Intelligence)
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साइबर सुरक्षा और सेमीकंडक्टर
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स्वास्थ्य एवं जीवन विज्ञान
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जल और कृषि प्रौद्योगिकी
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उद्योग 4.0 समाधान
एंड्योरएयर सिस्टम्स, अत्रेय इनोवेशन्स, लाइफस्पार्क टेक्नोलॉजीज, नोकार्क रोबोटिक्स और फोर्टीटू लैब्स जैसे स्टार्टअप्स निवेशकों के बीच विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र बने।
महिला उद्यमियों की दमदार उपस्थिति
कार्यक्रम में महिला उद्यमियों की सक्रिय भागीदारी ने भारत की समावेशी तकनीकी यात्रा को नई पहचान दी। यह इस बात का प्रतीक था कि भारत का नवाचार अब लैंगिक सीमाओं से परे, समान अवसर और समावेशी विकास की दिशा में अग्रसर है।
भारत का नवाचार परिदृश्य: वैश्विक प्रतिस्पर्धा की ओर
पिचएक्स @ ईएसटीआईसी 2025 केवल एक मंच नहीं था — यह भारत की उस नई सोच और आत्मविश्वास का प्रदर्शन था जो अनुसंधान को उद्योग में, और प्रयोगशाला को बाज़ार में बदलने की क्षमता रखता है।निवेशकों और नवोन्मेषकों की सहभागिता ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अब डीपटेक तकनीक, एआई और नवाचार आधारित विकास के युग में निर्णायक भूमिका निभाने को तैयार है।
भारत के डीपटेक भविष्य की यह झलक न केवल तकनीकी प्रगति का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि भारत अब ‘इन्वेंट’ नहीं बल्कि ‘लीड’ करने के युग में प्रवेश कर चुका है।पिचएक्स @ ईएसटीआईसी 2025 ने यह साबित किया कि जब विज्ञान, नवाचार और उद्यमिता एक साथ आते हैं, तो भविष्य केवल उज्ज्वल नहीं — असीम संभावनाओं से भरा होता है।






