गोरखपुर हुंकार रैली स्थगित: 23 मार्च 2025 को मद्धेशिया समाज की एकता का महाआयोजन

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गोरखपुर हुंकार रैली स्थगित: 23 मार्च 2025 को मद्धेशिया समाज की एकता का महाआयोजन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मद्धेशिया वैश्य समाज के लिए एकजुटता और स्वाभिमान का प्रतीक मानी जाने वाली "हुंकार रैली" अब एक नई तारीख पर आयोजित होगी। प्रशासनिक अड़चनों के कारण 22 दिसंबर 2024 को होने वाली इस ऐतिहासिक रैली को स्थगित कर दिया गया है। अब यह रैली 23 मार्च 2025, रविवार को गोरखपुर में आयोजित की जाएगी। यह जानकारी उत्तर प्रदेश मध्यदेशीय वैश्य महासभा के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुप्ता ने दी।

रैली का लक्ष्य: एकजुटता और समाज की शक्ति का प्रदर्शन

दिनेश गुप्ता ने बताया कि समाज के स्वाभिमान और राजनीतिक जागरूकता के लिए यह रैली बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रदेश भर के कार्यकर्ताओं और समाज के लोगों से अपील की कि इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए अपनी पूरी ऊर्जा और सामर्थ्य के साथ जुटें।
"यह केवल एक रैली नहीं, हमारे स्वाभिमान और अधिकारों की आवाज है। समाज के प्रत्येक सदस्य को इसे सफल बनाने के लिए वृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार करना होगा," उन्होंने कहा।

मद्धेशिया समाज: एक गौरवशाली इतिहास और वर्तमान चुनौतियां

प्रदेश उपाध्यक्ष रतन गुप्ता ने समाज के गौरवशाली अतीत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मद्धेशिया कान्दू हलवाई वैश्य समाज ने राष्ट्र निर्माण में अमूल्य योगदान दिया है।
"हमारा इतिहास स्वर्णिम और प्रेरणादायक है, लेकिन राजनीतिक दलों ने हमें लगातार उपेक्षित किया है। अब वक्त आ गया है कि हम अपनी आवाज बुलंद करें और अपने अधिकारों के लिए एकजुट हों," उन्होंने कहा।

राजनीतिक उपेक्षा के खिलाफ आवाज

प्रदेश महामंत्री गिरीश चंद्र गुप्ता ने स्पष्ट किया कि मद्धेशिया समाज के लोगों को राजनीतिक दलों ने केवल उपयोग किया है। जाति प्रमाण पत्र जैसे मूलभूत अधिकारों के लिए समाज के लोगों को आज भी संघर्ष करना पड़ता है।
"हमारे भोलेपन का फायदा उठाकर हमें मानसिक गुलाम बनाने की कोशिश की गई। लेकिन अब हमें संगठित होकर अपने स्वाभिमान और अधिकारों के लिए लड़ना होगा। यह रैली हमारी एकता की हुंकार होगी," उन्होंने कहा।

23 मार्च 2025: एकता और ताकत का दिन

रैली के आयोजकों ने स्पष्ट किया कि यह आयोजन केवल गोरखपुर ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के मद्धेशिया वैश्य समाज के लिए एक नया संदेश लेकर आएगा। समाज के हर व्यक्ति से अपील की गई है कि वह इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनें और इसे सफल बनाने के लिए अपने स्तर पर योगदान दें।

आगामी बैठकें और रणनीतियां

दिनेश गुप्ता ने बताया कि रैली की तैयारियों के लिए प्रदेश संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी जिलाध्यक्ष और जिला संयोजकों के साथ बैठक करेंगे। अंतिम निर्णय और तैयारियों की रूपरेखा तय की जाएगी।

"यह हुंकार रैली केवल एक सभा नहीं, बल्कि हमारे समाज की शक्ति और एकजुटता का प्रतीक बनेगी। यह हमारे गौरवशाली इतिहास को पुनः जीवित करने और भविष्य के लिए नई राह दिखाने का अवसर है," उन्होंने कहा।

समाज के लिए संदेश

रैली के आयोजकों ने प्रदेश भर में प्रचार-प्रसार को और तेज करने का निर्देश दिया है।
"यह रैली समाज के हर सदस्य को यह अहसास कराएगी कि हम अकेले नहीं हैं। हमारी एकता हमारी ताकत है, और हमारा लक्ष्य हमारे गौरवशाली भविष्य का निर्माण है।"

तो 23 मार्च 2025 को तैयार रहें, जब गोरखपुर की धरती पर मद्धेशिया समाज की एकजुटता और स्वाभिमान की हुंकार गूंजेगी।