गोरखपुर में रहस्यमयी मौत: गगहा थाने से पैरवी कर लौट रहे अधेड़ का शव सड़क किनारे मिला, इलाके में सनसनी

ब्यूरो प्रमुख- एन. अंसारी, मंडल गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
गोरखपुर |
गोरखपुर जिले के गगहा थाना क्षेत्र से शनिवार की सुबह एक रहस्यमयी मौत का मामला सामने आया है। ठठौली गांव के पास सड़क किनारे एक अधेड़ का शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान मुस्ताक अहमद (48 वर्ष), निवासी बरईपार बड़गो के रूप में हुई है।
थाने में पैरवी करने गए थे मुस्ताक
परिजनों के अनुसार, शुक्रवार को मुस्ताक अहमद अपनी बहन से जुड़े एक मामले में पैरवी करने के लिए गगहा थाने गए थे। उनकी बहन की शादी कोठा गांव में हुई थी, जहां 7 अगस्त को उनकी बहन की बहू ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी थी। उसी प्रकरण में पैरवी करने के लिए मुस्ताक थाने गए थे।
लेकिन रहस्यमयी बात यह है कि उनकी बाइक थाने पर ही खड़ी मिली, जबकि उनका शव थाने से करीब तीन किलोमीटर दूर ठठौली गांव के पास सड़क किनारे बरामद किया गया। इस बात से ग्रामीणों और परिजनों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं कि आखिर मुस्ताक थाने से तीन किलोमीटर दूर पैदल क्यों गए और उनकी मौत कैसे हुई?
शरीर पर चोट के निशान नहीं
मृतक के शरीर पर किसी तरह के चोट या संघर्ष के निशान नहीं पाए गए। इससे उनकी मौत को लेकर रहस्य और गहरा हो गया है। ग्रामीणों और परिवारजन इस घटना को संदिग्ध मान रहे हैं।
पुलिस की प्रतिक्रिया
गगहा थाने के एसएसआई नीरज सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा। फिलहाल मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
सनसनी और सवाल
इस घटना ने गगहा इलाके में दहशत और चर्चा का माहौल बना दिया है। एक ओर परिवार न्याय की उम्मीद में थाने तक गया था, वहीं दूसरी ओर पैरवी करने वाले मुस्ताक की संदिग्ध हालात में मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
- क्या यह प्राकृतिक मौत है या इसके पीछे कोई गहरी साजिश छिपी है?
- थाने से बाइक खड़ी रहने के बावजूद शव दूर सड़क किनारे कैसे पहुंचा?
यह मामला गोरखपुर पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। अब सबकी निगाहें पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच पर टिकी हुई हैं।