गोरखपुर में खौफनाक वारदात: जमीन बेचने के विवाद में बेटे ने सोते पिता की फावड़े से काट दी गर्दन, मौके पर मचा हड़कंप

- नरसिंह यादव, क्राइम रिपोर्टर गोरखपुर (उ.प्र.) | कैमरा मैन – कौस्तुभ तिवारी
गोरखपुर जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को दहशत और हैरानी से भर दिया। एम्स थाना क्षेत्र के रजही रामसरिया टोला में एक बेटे ने अपने ही पिता की बेरहमी से हत्या कर दी। वजह मात्र इतनी थी कि पिता बड़े भाई के इलाज के लिए पुश्तैनी जमीन बेचने पर सहमत हो गए थे।
परिजनों और ग्रामीणों के अनुसार आरोपी युवक कई दिनों से पिता से नाराज़ चल रहा था और आए दिन लोगों से कहता फिरता था कि “अब मैं अपने पिता की हत्या कर दूंगा।” शनिवार शाम को जमीन बेचने को लेकर बाप-बेटे में फिर से विवाद हुआ, लेकिन रात होते-होते यह विवाद खौफनाक क़त्ल में बदल गया।
सोते समय किया गया हमला
रात करीब दस बजे जब बुजुर्ग अपने घर की चारपाई पर सो रहे थे, तभी आरोपी पुत्र फावड़ा लेकर कमरे में पहुंचा और सोते पिता की गर्दन पर जोरदार वार कर दिया। वार इतना भयानक था कि बुजुर्ग की गर्दन कटकर लटक गई और चारपाई खून से लाल हो गई। उनकी दर्दनाक चीख से घर और मोहल्ला गूंज उठा।
परिवारजन भागकर मौके पर पहुंचे तो देखा कि बुजुर्ग चारपाई से नीचे गिरकर खून से लथपथ तड़प रहे थे। इसी बीच आरोपी युवक फावड़ा फेंककर भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन ग्रामीणों ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
हॉस्पिटल में तोड़ा दम
परिजन गंभीर रूप से घायल बुजुर्ग को आनन-फानन में अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही थाना एम्स की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आरोपी बेटे को हिरासत में ले लिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
पूरे इलाके में सनसनी
इस वीभत्स हत्या की खबर फैलते ही पूरे इलाके में सनसनी मच गई। ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान और गुस्सैल हो चुका था। वह जमीन बेचने के नाम पर लगातार पिता से झगड़ा करता था।
पुलिस की कार्रवाई
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी पुत्र को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। हत्या में प्रयुक्त फावड़ा भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
यह वारदात सिर्फ गोरखपुर ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक भयावह चेतावनी है कि पारिवारिक विवाद और गुस्से की आग किस हद तक इंसानियत को निगल सकती है।
“जमीन-जायदाद और पारिवारिक कलह कभी-कभी रिश्तों को खून से लाल कर देती है।”