मत्स्य पालन में नवाचार की नई लहर! हैदराबाद में 'मत्स्य पालन स्टार्टअप बैठक 2.0' का भव्य आयोजन

1 करोड़ तक की फंडिंग, डिजिटल क्रांति और स्टार्टअप्स को नए अवसर
हैदराबाद, 08 मार्च 2025 – भारत के मत्स्य पालन क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने और स्टार्टअप्स को विश्वस्तरीय अवसर देने के उद्देश्य से 'मत्स्य पालन स्टार्टअप बैठक 2.0' का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन की मेजबानी मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत मत्स्य पालन विभाग ने की, जिसमें केंद्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह और राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ा दिया।
स्टार्टअप्स के लिए बड़ा मौका – ‘फिशरीज स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज 2.0’ की शुरुआत
इस बैठक में ‘फिशरीज स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज 2.0’ का शुभारंभ किया गया, जिसके तहत 10 विजेता स्टार्टअप्स को 1 करोड़ रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी। यह चुनौती मत्स्य पालन और जलीय कृषि में नवीनतम तकनीकों के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए बनाई गई है, जिससे उत्पादन क्षमता में वृद्धि, संसाधनों का बेहतर उपयोग और सतत विकास को बढ़ावा मिलेगा।
एनएफडीपी मोबाइल ऐप – मछुआरों और उद्यमियों के लिए डिजिटल क्रांति
इस अवसर पर मत्स्य पालन क्षेत्र के लिए एक बड़ी डिजिटल पहल ‘एनएफडीपी मोबाइल ऐप’ भी लॉन्च किया गया। यह ऐप मछुआरों, मत्स्य किसानों और स्टार्टअप्स के लिए आसान पंजीकरण, सरकारी योजनाओं की जानकारी, वित्तीय सहायता और बीमा सुविधाओं तक त्वरित पहुंच सुनिश्चित करेगा। इस ऐप का मकसद मत्स्य पालन को डिजिटल रूप से सशक्त और अधिक समावेशी बनाना है, जिससे 19 लाख से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ता लाभान्वित होंगे।
मत्स्य पालन क्षेत्र में तकनीकी नवाचार और आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम
भारत सरकार ने 2015 से लेकर अब तक मत्स्य पालन क्षेत्र में ₹38,572 करोड़ से अधिक का निवेश किया है, जिससे 300 से अधिक स्टार्टअप्स को बढ़ावा मिला है। ये स्टार्टअप्स ब्लॉकचेन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग कर उत्पादन बढ़ाने, गुणवत्ता सुधारने और मत्स्य उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं।
मंत्री का संदेश – ‘ब्लू इकॉनमी’ को मिलेगा नया आयाम
केंद्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह ने कहा, “भारत का मत्स्य पालन क्षेत्र अब केवल पारंपरिक व्यवसाय नहीं, बल्कि एक आर्थिक क्रांति का केंद्र बन चुका है। स्टार्टअप्स, डिजिटल समाधान और नई तकनीकों की मदद से हम ब्लू इकॉनमी को नई ऊंचाइयों तक ले जा रहे हैं।”
इस बैठक में देशभर से आए मत्स्य उद्यमी, स्टार्टअप फाउंडर्स, निवेशक और सरकारी अधिकारी शामिल हुए, जिन्होंने नई टेक्नोलॉजी, व्यापारिक संभावनाओं और सतत विकास पर चर्चा की।
आगे क्या?
मत्स्य पालन स्टार्टअप बैठक 2.0 ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत मत्स्य क्षेत्र में एक वैश्विक नेता बनने की ओर अग्रसर है। सरकार की योजनाओं और नई तकनीकों के साथ यह क्षेत्र आर्थिक प्रगति, रोजगार सृजन और नवाचार का महत्वपूर्ण केंद्र बनने जा रहा है।