गोरखपुर का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी राघवेंद्र यादव फर्जी पासपोर्ट पर पहुंचा (बैंकाक) थाईलैंड
![गोरखपुर का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी राघवेंद्र यादव फर्जी पासपोर्ट पर पहुंचा (बैंकाक) थाईलैंड](https://rv9news.com/rv9news/uploads/images/202502/image_750x_67af06c83ce70.jpg)
गोरखपुर का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी राघवेंद्र यादव फर्जी पासपोर्ट पर पहुंचा (बैंकाक) थाईलैंड
संवाददाता__गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
रिटायर दरोगा समेत उनके परिवार के चार लोगों की गोली मारकर हत्या करने का आरोपी है राघवेंद्र यादव
ढाई लाख के इनामी की गिरफ्तारी तो दूर परछाई तक नहीं छू सकी झंगहा थाने की पुलिस
मोस्ट वांटेड बना ढाई लाख रुपए का इनामी राघवेंद्र यादव पुलिस के लिए पहेली बन चुका है रिटायर्ड दरोगा समेत उनके ही परिवार के चार सदस्यों की गोली मारकर हत्या के मामले में नामजद है राघवेंद्र हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त है। उसके साथ और भी लोग हैं लेकिन वह गिरफ्तार हो चुके हैं मामला झंगहा थाना क्षेत्र के चर्चित ग्राम सभा सुगहा का है घटना के बाद गांव में राघवेंद्र के परिवार का कोई नहीं रहता है इस इनामी के बारे में पुलिस को कभी कोलकाता तो कभी बेंगलुरु होने की जानकारी मिली थी अब यह सूचना मिल रही है कि वह पासपोर्ट बनवाकर बैंकाक चला गया है झंगहा पुलिस तो इस मामले में हाथ खड़ी कर चुकी है। अब खुफियां एजेंसियां सात आठ सालों से फरार चल रहे अपराधी की तलाश में है। देखना है कि वह कब पुलिस के हत्थे चढ़ता है सुगहा गांव निवासी एवं पुलिस विभाग में दरोगा रहे जय हिंद यादव के भाई बलवंत और दरोगा के पुत्र कौशल के दरवाजे पर ही 6 जनवरी 2016 को हत्या कर दी गई थी। तब भी राघवेंद्र यादव सहित कई हत्याभियुक्त बने गिरफ्तार भी हुए लेकिन राघवेंद्र यादव तभी से फरार चल रहा है 10 अप्रैल 2018 की शाम गांव लौट रहे थे की बरही चौकी के अंतर्गत पिता पुत्र को गोलियों से भून दिया गया था। लगभग सात आठ सालों से वह पुलिस महकमे के लिए चैलेंज बना हुआ है अब तो वह ढाई लाख का इनामी भी हो चुका है यह भी बता दें कि एक व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी है ।इधर राघवेंद्र की तलाश में खुफिया एजेंसी अभी लगी हुई है लेकिन उनको भी भनक नहीं लग पा रहा है। कि वह कहां है कहीं से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर उसके बैंकॉक चले जाने की बात चर्चा में चल रही है कहां तो यह भी जाता है कि राघवेंद्र और उसके परिवार के अन्य सदस्य गांव छोड़ चुके हैं खेती-बाड़ी परती पड़ी हुई है लेकिन यह भी चर्चा है कि राघवेंद्र कभी कभार रात के समय गांव में आता है इसमें कितनी सच्चाई है यह नहीं पता, राघवेंद्र यादव 8 साल से फरार चल रहा है राघवेंद्र का सटीक लोकेशन नहीं मिल सका यही कारण है कि चार लोगों की हत्या का वांछित अभियुक्त पुलिस के लिए अभी अबूझ पहेली बना हुआ है। झंगहा पुलिस को जैसे इस प्रकरण से अपने को दूर कर ली है तभी तो इसके बारे में किसी भी तरह की जानकारी एकत्र नहीं कर पा रही है। पुलिस एजेंसियां भी काम कर रही हैं लेकिन कोई ऐसा अभी तक हत्थे नहीं चढ़ा जो यह बता सके कि राघवेंद्र यादव कहां है पुलिस के लिए अभी भी बना पहेली।