तेज रफ्तार का कहर: जन्मदिन मनाने जा रहे परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, दो मासूमों की मौत, पिता व एक बेटी घायल

तेज रफ्तार का कहर: जन्मदिन मनाने जा रहे परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, दो मासूमों की मौत, पिता व एक बेटी घायल

आजमगढ़, जीयनपुर: जिले के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के ढोलीपुर गांव के पास गुरुवार शाम को एक हृदयविदारक सड़क हादसे में दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि उनके माता-पिता गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद पूरे परिवार और गांव में मातम छा गया है।

घटना के अनुसार, रौनापार थाना क्षेत्र के कल्यानपुर गांव निवासी राजकुमार उर्फ़ राजू (35) और तीन बच्चों- दिव्या (17), रोहन (10), और जान्हवी (8) के साथ बाइक पर सवार होकर चक्रपानपुर में अपनी बहन के घर जन्मदिन समारोह में शामिल होने जा रहे थे। शाम लगभग 7 बजे, जब उनकी बाइक जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के ढोलीपुर गांव के पास पहुंची, तभी पीछे से तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी।

मासूमों की मौत, माता-पिता गंभीर रूप से घायल

इस भीषण हादसे में बेटी जान्हवी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल बेटे रोहन ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। पिता राजू और  दिव्या को गंभीर चोटें आई हैं और उनका इलाज आजमगढ़ के जिला अस्पताल में चल रहा है।

जन्मदिन की खुशी मातम में बदली

इस दुखद घटना ने परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। जिस घर में जन्मदिन का जश्न मनाया जाना था, वहां अब शोक की लहर दौड़ गई है। गांव में घटना की खबर फैलते ही लोगों की भीड़ जुट गई। मृतक बच्चों के घर पर कोहराम मचा हुआ है।

पुलिस ने संभाला मोर्चा, ट्रक जब्त

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने ट्रक और बाइक को जब्त कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

गांव में पसरा सन्नाटा

रौनापार थाना क्षेत्र के कल्यानपुर गांव में इस हादसे के बाद सन्नाटा छा गया है। दो मासूम बच्चों की असमय मौत ने पूरे गांव को झकझोर दिया है। स्थानीय लोगों ने परिवार को सांत्वना दी और प्रशासन से ट्रक चालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

सड़क सुरक्षा पर सवाल

यह हादसा न केवल परिवार की त्रासदी है, बल्कि सड़क सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। तेज रफ्तार और लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण न जाने कितने मासूम हर दिन अपनी जान गंवाते हैं।

यह हृदय विदारक घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या सड़क पर चलने वाले हर व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमारे प्रयास पर्याप्त हैं।