आजमगढ़ में भव्य रामायण महोत्सव की संगोष्ठी: धार्मिक एकता और आस्था का अद्भुत मिलन

आजमगढ़ के भोजपुरी विकास संस्थान मुख्यालय समाज कल्याण में आयोजित रामायण महोत्सव की संगोष्ठी ने न केवल धार्मिक आस्था को प्रगाढ़ किया, बल्कि समाज में एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का अनमोल संदेश भी दिया। रामायण महोत्सव के संयोजक उमेश दास जी ने प्रेस वार्ता के दौरान आगामी महोत्सव की महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। इस बार के महोत्सव में पूर्वांचल के प्रमुख शक्तिपीठों के प्रतिष्ठित पीठाधीश्वर और महंतों को आमंत्रित किया गया है, जिनमें शनि धाम से पन्नालाल मिश्रा, गाजीपुर के कीनाराम स्थल से श्री श्री 1008 विनय दास जी, शीतला धाम, दुर्वासा ऋषि, चंद्रमा ऋषि, दत्तात्रेय ऋषि आश्रम, हनुमानगढ़ी, गणेश मंदिर, दक्षिणमुखी काली मंदिर, चंदेश्वर मंदिर, धनछुला काली माता मंदिर, पातालनाथ मंदिर और रजादेपुर मठ के प्रमुख महंत और मुख्य पुजारी शामिल होंगे।
इस प्रतिष्ठित आयोजन में सहसंयोजक संतोष सिंह समेंदा, अरुण सिंह अनाड़ी, संजय पांडे, प्रदेश मीडिया प्रभारी शिखा रावत, राजू माही, आरती माही, दिनेश सैनी, अनुराग यादव और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की विशेष उपस्थिति रही। यह आयोजन न केवल धार्मिक उत्सव के रूप में महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे समाज में एकता, सहयोग और आपसी भाईचारे का मजबूत संदेश भी दिया गया।
रामायण महोत्सव का आयोजन समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक जागरूकता फैलाने के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह एक ऐसा मंच है, जो हमें अपने इतिहास और संस्कृति को समझने, अपनाने और उसका सम्मान करने की प्रेरणा देता है। आजमगढ़ में होने वाला यह महोत्सव, न केवल श्रद्धालुओं को एकजुट करेगा, बल्कि यह समाज के हर वर्ग को धर्म, संस्कृति और परंपरा के महत्व को समझाने का एक अनोखा अवसर प्रदान करेगा।