होमगार्ड और युवकों की बहादुरी: आमी नदी में कूदी महिला को बचाया, जान का खतरा टला

संवाददाता- विजय कुमार यादव, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र में शनिवार सुबह एक हृदयविदारक घटना ने सबको स्तब्ध कर दिया, जब एक महिला ने पारिवारिक तनाव के चलते छताई पुल से आमी नदी में छलांग लगाकर अपनी जान देने की कोशिश की। लेकिन किस्मत और इंसानियत ने साथ दिया। वहां मौजूद होमगार्ड चंद्रकेश और दो स्थानीय युवकों की बहादुरी और तत्परता से महिला को सकुशल बचा लिया गया।
पुल से नदी में छलांग, पर जागी उम्मीद
घटना सुबह करीब साढ़े 10 बजे की है। बेलघाट निवासी रिंकू देवी, जो पारिवारिक तनाव के कारण मानसिक रूप से परेशान थीं, छताई पुल पर टहलने के बहाने पहुंचीं और अचानक नदी में छलांग लगा दी। इस अप्रत्याशित घटना को देखते ही पास में तैनात होमगार्ड चंद्रकेश तुरंत सक्रिय हुए। उन्होंने शोर मचाया और नदी के किनारे दौड़कर महिला की जान बचाने का प्रयास शुरू किया।
स्थानीय युवकों ने दिखाया साहस
चंद्रकेश की आवाज सुनकर पास ही से गुजर रहे दो स्थानीय युवक तुरंत मौके पर पहुंचे। तीनों ने मिलकर तेज बहाव से जूझते हुए महिला को सुरक्षित बाहर निकाला। उनकी त्वरित कार्रवाई और साहस ने एक अनमोल जान को बचा लिया।
इलाज और स्थिति स्थिर
महिला को तुरंत खजनी पीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को स्थिर बताया। महिला अब खतरे से बाहर है। इस घटना के बाद महिला के परिजनों को सूचना दी गई, और वे अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने घटना की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि रिंकू देवी पारिवारिक कलह और मानसिक तनाव से जूझ रही थीं, जो इस आत्महत्या के प्रयास का मुख्य कारण हो सकता है। पुलिस ने परिजनों से बातचीत कर मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है।
होमगार्ड और युवकों की प्रशंसा
होमगार्ड चंद्रकेश और दो युवकों की साहसिक कार्रवाई की हर ओर प्रशंसा हो रही है। उनकी तत्परता और संवेदनशीलता ने न केवल एक जान बचाई बल्कि यह संदेश भी दिया कि कठिन परिस्थितियों में इंसानियत और साहस का कितना बड़ा महत्व है।
पारिवारिक तनाव से निपटने की जरूरत
यह घटना समाज में पारिवारिक तनाव और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को रेखांकित करती है। परिवारों को चाहिए कि वे आपसी संवाद और समर्थन को मजबूत करें, ताकि ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सके। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि मानवता और त्वरित प्रतिक्रिया किसी की जिंदगी बचाने में कितना बड़ा फर्क ला सकती है। होमगार्ड और युवकों की यह कहानी साहस, संवेदनशीलता और मानवता का एक प्रेरणादायक उदाहरण है।