मोदी सरकार का बड़ा प्रहार: राजस्थान में 40 करोड़ की गुप्त ड्रग लैब का NCB–पुलिस ने भंडाफोड़ किया, मास्टरमाइंड समेत 5 गिरफ्तार
- ड्रग्स पर जीरो टॉलरेंस— मोदी सरकार की कड़ी नीति के बीच NCB और राजस्थान पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने तोड़ा सिंडिकेट का नेटवर्क
नशामुक्त भारत के संकल्प को साकार करने की दिशा में मोदी सरकार ने एक और निर्णायक कदम बढ़ाया है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और राजस्थान पुलिस ने प्रदेश के सिरोही जिले के धनत्राई गांव के एक फार्म हाउस में चल रही गुप्त ड्रग लैब का भंडाफोड़ कर बड़ा ड्रग सिंडिकेट ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई भारत के जीरो टॉलरेंस दृष्टिकोण की प्रभावशाली मिसाल पेश करती है।

40 करोड़ रुपये की केमिकल सामग्री ज़ब्त, मास्टरमाइंड सहित 5 गिरफ्तार
अभियान के दौरान लैब से—
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सैकड़ों किलोग्राम रसायन
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प्रिकर्सर्स
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उन्नत लैब उपकरण
बरामद किए गए, जो लगभग 100 किलोग्राम मेफेड्रोन बनाने के लिए पर्याप्त थे। इसकी बाजार कीमत 40 करोड़ रुपये आंकी गई है। NCB और राजस्थान पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए—
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लैब के मास्टरमाइंड वाला राम
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तथा उसके 4 सहयोगियों
को राजस्थान और गुजरात के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार किया। जांच में खुलासा हुआ कि मास्टरमाइंड स्नातक था तथा सिविल सेवा सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं में असफल होने के बाद उसने डार्कनेट के जरिए मेफेड्रोन निर्माण सीखकर यह अवैध कारोबार शुरू किया।
NCB–पुलिस की सतर्कता: मासिक NCORD बैठकें बनीं सुराग का मार्ग
NCB ने जिले की पुलिस को संवेदनशील बनाने के लिए मासिक NCORD बैठकों का आयोजन किया।
इन बैठकों के बाद जब सिरोही पुलिस को 06 नवंबर को एक फार्म हाउस में केमिकल से भरे ड्रम और लैब उपकरण मिले, तो उन्होंने तुरंत NCB जोधपुर को सूचना दी।
इसके बाद—
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NCB टीम
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राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU), गांधीनगर की विशेषज्ञ टीम मौके पर पहुंची और वहां गुप्त सिंथेटिक ड्रग निर्माण होने की पुष्टि की।
ड्रग सिंडिकेट का खुलासा— डार्कनेट, वर्चुअल सिम और इंटर-स्टेट नेटवर्क का इस्तेमाल
जांच में सामने आया कि—
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रसायन व उपकरण गुजरात के अंकलेश्वर से मंगाए गए
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फार्म हाउस फर्जी नाम से पट्टे पर लिया गया
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सिंडिकेट के सदस्यों के साथ संपर्क के लिए वर्चुअल सिम का उपयोग किया गया
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ड्रग निर्माण तकनीक डार्कनेट से सीखकर तैयार की गई
NCB ने बताया कि इस गैंग ने पहले ही 8 किलोग्राम मेफेड्रोन तैयार किया था, जिसमें से 2 किलोग्राम 28 अक्टूबर को CBN ने जब्त किया था।
सिर्फ 5 दिनों में गुप्त लैब का पर्दाफाश— सहयोग का उत्कृष्ट उदाहरण
NCB और राजस्थान पुलिस की सूझबूझ, सतर्कता और संयुक्त रणनीति के चलते सिर्फ 5 दिनों के भीतर यह पूरा सिंडिकेट पकड़ में आ गया। यह घटना दर्शाती है कि— राजस्थान पुलिस और NCB मिलकर ड्रग्स के खिलाफ देशwide युद्ध में अत्यंत प्रभावशाली ढंग से काम कर रहे हैं।
नागरिकों से अपील: संदिग्ध प्रयोगशालाओं की जानकारी दें
NCB ने नागरिकों से अपील की है कि यदि—
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किसी जगह से तेज रासायनिक गंध आ रही हो
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खिड़कियां ढकी हों
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असामान्य वेंटिलेशन हो
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पुराने मकान में अचानक रसायनों या उपकरणों के ड्रम रखे दिखें
तो तुरंत स्थानीय पुलिस या NCB को MANAS हेल्पलाइन 1933 पर सूचना दें।
मोदी सरकार का कठोर संकल्प— ड्रग तस्करी का सफाया, युवाओं के भविष्य की रक्षा
सिरोही की यह कार्रवाई संदेश देती है कि— मोदी सरकार, अमित शाह के मार्गदर्शन में ड्रग माफिया के खिलाफ किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगी। गुप्त ड्रग लैब का यह भंडाफोड़ सिर्फ एक सफलता नहीं, बल्कि भारत की आने वाली पीढ़ियों को नशे की गिरफ्त से बचाने की दिशा में एक बड़ा, साहसिक और निर्णायक कदम है।






