गीडा हत्याकांड: 24 घंटे में मुख्य आरोपी गिरफ्तार, गाँव में तनाव, पुलिस की लापरवाही पर कार्रवाई

गीडा हत्याकांड: 24 घंटे में मुख्य आरोपी गिरफ्तार, गाँव में तनाव, पुलिस की लापरवाही पर कार्रवाई

संवाददाता: नरसिंह यादव, गोरखपुर

गोरखपुर के गीडा थाना क्षेत्र के अमटौरा गांव में मंगलवार को हुए हत्याकांड ने पूरे इलाके को दहला दिया। रास्ते में बाइक और साइकिल खड़ी करने को लेकर हुए विवाद में 52 वर्षीय शिवधनी साहनी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मुख्य आरोपी शशि शंकर सिंह उर्फ पिकलु ने अपने पिता के लाइसेंसी असलहे से वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस ने तत्काल गाँव में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दिया है।

आरोपियों की गिरफ्तारी और पुलिस की तत्परता

घटना के महज 24 घंटे के भीतर गीडा पुलिस ने मुख्य आरोपी पिकलु सिंह को हत्या में इस्तेमाल लाइसेंसी असलहे और जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात तक चार नामजद आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा चुका था। इन सभी के खिलाफ हत्या, आगजनी और शस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।

घटना का घटनाक्रम: मामूली विवाद से खून-खराबा

मंगलवार की दोपहर गांव में बाइक और साइकिल खड़ी करने को लेकर शिवधनी साहनी और शशि शंकर सिंह के बीच विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि पिकलु सिंह ने गुस्से में अपने पिता की लाइसेंसी एक नाली बंदूक से फायरिंग कर दी। इस हमले में शिवधनी साहनी की मौके पर ही मौत हो गई। गोली का छर्रा उनकी पत्नी हेमलता को भी लगा, जिससे वे घायल हो गईं।

हत्या के बाद माहौल और बिगड़ गया। आरोपियों ने मृतक के घर में तोड़फोड़ की और बाहर रखे सामान में आग लगा दी। घटना के बाद पूरे गाँव में अफरा-तफरी मच गई।

पुलिस की लापरवाही और सस्पेंशन

घटना से पहले सोमवार को दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ था, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने इसे नजरअंदाज करते हुए कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। घटना के बाद, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने गीडा थाने के प्रभारी निरीक्षक और तीन अन्य पुलिसकर्मियों को कर्तव्य में लापरवाही और उदासीनता के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।

हत्या और आगजनी के बाद गाँव में स्थिति तनावपूर्ण है। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है। पुलिस अधीक्षक उत्तरी और क्षेत्राधिकारी गीडा खुद स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।

एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने कहा, "मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना के दौरान इस्तेमाल किए गए लाइसेंसी असलहे को भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस किसी भी सूरत में दोषियों को बख्शेगी नहीं।"

गीडा हत्याकांड एक बार फिर यह सवाल उठाता है कि आखिर हमारे समाज में गुस्से और अहंकार का यह सिलसिला कब थमेगा? मामूली विवाद ने एक निर्दोष व्यक्ति की जान ले ली और परिवार को तबाह कर दिया। यह घटना पुलिस और समाज, दोनों के लिए एक सबक है कि छोटी-छोटी बातों को समय रहते सुलझाया जाए, वरना अंजाम और भी भयावह हो सकता है।