गोरखपुर: बड़हलगंज में विवाहित युवती ने की आत्महत्या, फांसी के फंदे से झूलता मिला शव

गोरखपुर: बड़हलगंज में विवाहित युवती ने की आत्महत्या, फांसी के फंदे से झूलता मिला शव

— अकेलेपन और मानसिक तनाव की आशंका, पुलिस जांच में जुटी

ब्यूरो रिपोर्ट | गोरखपुर, उत्तर प्रदेश

गोरखपुर जनपद के बड़हलगंज थाना क्षेत्र से एक दुखद घटना सामने आई है। कॉलेज रोड स्थित एक किराए के कमरे में विवाहित युवती जूली (निवासी बांसगांव) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

मौत की खामोश दस्तक: दरवाजा टूटा तो टूटी उम्मीदें

घटना शुक्रवार सुबह लगभग 11:06 बजे की है। कमरे में रहने वाले अन्य किरायेदारों को संदेहजनक खामोशी और गंध का आभास हुआ, जिसके बाद उन्होंने मकान मालिक को सूचना दी। मकान मालिक ने तत्काल बड़हलगंज थाना पुलिस को सूचित किया। पुलिस जब मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ा, तो जूली को फांसी के फंदे से लटका हुआ पाया गया।

कौन थी जूली?

जूली, बांसगांव की मूल निवासी थीं। उनके पिता का नाम लल्लू (उर्फ अंटू) और माता का नाम नेहा त्रिपाठी है। जूली अगस्त 2017 से बड़हलगंज में रह रही थीं, लेकिन अगस्त 2024 से उनके माता-पिता लखनऊ शिफ्ट हो गए, जिसके बाद वह अकेली ही किराए के रूम में रह रही थीं।

आत्महत्या की वजह रहस्य, पुलिस कर रही जांच

फिलहाल, आत्महत्या के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस द्वारा जूली के मोबाइल फोन और कमरे की तलाशी ली जा रही है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि उसने यह कदम किन परिस्थितियों में उठाया।

पुलिस अधिकारी का कहना है कि—
"मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।"


 सामाजिक प्रश्न: क्या अकेलापन बन रहा है घातक?

यह घटना केवल एक दुखद खबर नहीं, बल्कि समाज के सामने एक चेतावनी भी है। तेजी से बदलती जीवनशैली, अकेलापन, और मानसिक तनाव आज हमारे युवाओं को अंधेरे की ओर ढकेल रहे हैं।


जूली की आत्महत्या ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर किया है कि क्या हमारे समाज में भावनात्मक सहारा और मानसिक स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त जागरूकता है?

जरूरत है समय रहते ऐसे मामलों पर ध्यान देने की, ताकि जूली जैसी कोई और बेटी खुद को अकेला न महसूस करे।