प्रतियोगिताएं संवारती हैं भविष्य की उड़ान, उमाशंकर सिंह विद्यापीठ की विज्ञान प्रदर्शनी में दिखी छात्रों की प्रतिभा — प्रीति उमर
आर.वी.9 न्यूज़ | संवाददाता, शुभम शर्मा
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उमाशंकर सिंह विद्यापीठ में विज्ञान प्रदर्शनी प्रतियोगिता का भव्य आयोजन
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विज्ञान के गूढ़ विषयों पर आधारित मॉडलों ने बटोरी प्रशंसा
बड़हलगंज।
प्रतियोगिताएं केवल जीत-हार का मंच नहीं होतीं, बल्कि वे बच्चों की छिपी प्रतिभा को निखारने और आत्मविश्वास को मजबूत करने का सशक्त माध्यम होती हैं। यह बात नगर पंचायत बड़हलगंज की चेयरमैन प्रीति उमर ने कही। वह शनिवार को बड़हलगंज स्थित उमाशंकर सिंह विद्यापीठ में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं।
आत्मविश्वास और परिश्रम से मिलती है सफलता
अपने संबोधन में चेयरमैन प्रीति उमर ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि
“किसी भी प्रतियोगिता में लगन, निरंतर अभ्यास और आत्मविश्वास के साथ किया गया परिश्रम ही सफलता की कुंजी बनता है। ऐसे आयोजनों से बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित होती है और वे नए प्रयोग करने के लिए प्रेरित होते हैं।”
फीता काटकर प्रदर्शनी का शुभारंभ
इससे पूर्व मुख्य अतिथि श्रीमती उमर ने
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चेयरमैन प्रतिनिधि महेश उमर,
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विद्यालय के प्रबंधक जगदीश नारायण सिंह,
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प्रधानाचार्य कल्पना सिंह,
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परीक्षक डॉ. चिन्मय गुप्त एवं डॉ. निर्भय अस्थाना (प्रोफेसर, एनपीजी कॉलेज),
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विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष ज्योति नारायण सिंह,
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भाजपा कार्यकर्ता बृजेश उमर,
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जनसेवा महामंत्री संतोष जायसवाल के साथ विद्यालय परिसर में सीनियर और जूनियर वर्ग के छात्रों द्वारा लगाई गई विज्ञान प्रदर्शनी का फीता काटकर शुभारंभ किया और सभी मॉडलों का अवलोकन किया।
विज्ञान के मॉडलों ने लूटी वाहवाही
प्रदर्शनी में छात्रों ने विज्ञान के जटिल विषयों को सरल, रचनात्मक और व्यावहारिक रूप में प्रस्तुत कर सभी को प्रभावित किया।
सीनियर वर्ग के परिणाम
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प्रथम स्थान: रोशन कुमार एवं साथियों की हीमोडायलिसिस परियोजना
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द्वितीय स्थान: अमन दूबे एवं साथियों की एनिमल सेल
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तृतीय स्थान: प्रियंका कुशवाहा एवं साथियों की बैक्टीरियल सेल
जूनियर वर्ग के परिणाम
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प्रथम स्थान: सर्वेश जायसवाल एवं साथियों की वाटर सायकिल
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द्वितीय स्थान: प्रियंका राय, अर्पिता कुमारी एवं साथियों की स्मार्ट डस्टबिन
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तृतीय स्थान: अंकित सोनी एवं साथियों की वाटर प्रेशर रॉकेट
व्यापक सहभागिता, बढ़ता वैज्ञानिक दृष्टिकोण
विद्यालय में आयोजित इस विज्ञान प्रदर्शनी में
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सीनियर वर्ग में 27
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जूनियर वर्ग में 11
विभिन्न विज्ञान विषयों पर आधारित मॉडलों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसने यह साबित कर दिया कि ग्रामीण क्षेत्र के छात्र भी प्रतिभा और नवाचार में किसी से कम नहीं हैं।
उमाशंकर सिंह विद्यापीठ की यह विज्ञान प्रदर्शनी न केवल एक शैक्षिक आयोजन रही, बल्कि यह छात्रों के वैज्ञानिक सोच, रचनात्मकता और आत्मविश्वास को नई दिशा देने वाला मंच साबित हुई।
ऐसे आयोजनों से ही भविष्य के वैज्ञानिक, इंजीनियर और नवप्रवर्तक तैयार होते हैं।
क्योंकि जब बच्चों को मंच मिलता है,
तो उनकी प्रतिभा स्वयं बोल उठती है…






