जश्न बना मातम: चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ में 11 की मौत, RCB विजय समारोह में टूटा जनसैलाब

जश्न बना मातम: चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ में 11 की मौत, RCB विजय समारोह में टूटा जनसैलाब

भीड़ के सैलाब ने रौंदी खुशियाँ, सरकार पर उठे सवाल

बेंगलुरु |
आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की ऐतिहासिक जीत के जश्न को मनाने की तैयारी कर रहे लाखों प्रशंसकों के लिए वह दिन खुशी नहीं, बल्कि कहर बनकर आया।

चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुए भीषण भगदड़ में अब तक 11 लोगों की मौत और 33 से अधिक घायल होने की पुष्टि हुई है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने घटना को 'त्रासदी' बताया और मृतकों के लिए ₹10 लाख का मुआवजा घोषित किया है।

क्या हुआ था?

RCB के खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए विधान सौधा के पास एक भव्य आयोजन रखा गया था। 2 से 3 लाख लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी जबकि स्टेडियम की क्षमता सिर्फ 35,000 थी। इस दौरान गेट टूट गए, बारिश हुई और अफरातफरी में भगदड़ मच गई।

भाजपा नेता अमित मालवीय ने सरकार पर आयोजन में भारी लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा,

"यह हादसा प्रशासनिक विफलता का परिणाम है, जवाबदेही तय होनी चाहिए।"

सरकार की सफाई

उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने इसे “युवा जोश की बेकाबू भीड़” करार देते हुए लाठीचार्ज न करने का तर्क दिया।
उन्होंने कहा,

“यह दुखद घटना है, हम माफी मांगते हैं। कार्यक्रम छोटा कर दिया गया, और मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं।”


भीड़ का उन्माद: दीवारें फांदी, पेड़ों पर चढ़े फैंस

PTI और ANI की रिपोर्ट के मुताबिक प्रशंसक टीम की एक झलक पाने को बसों, पेड़ों और फेंस पर चढ़ गए। एक बच्चा बेहोश हो गया, जिसे पुलिस ने गोद में उठाकर दौड़ते हुए अस्पताल पहुंचाया।


एक तरफ अल्पसंख्यकों पर पाबंदियां, दूसरी तरफ भीड़ में उजड़ते घर

एक ओर पाकिस्तान में अल्पसंख्यक अहमदियों के धार्मिक हक छिने जा रहे हैं, तो दूसरी ओर भारत में जश्न की भीड़ सरकार की तैयारियों को झकझोर रही है। दोनों घटनाएं इस बात की चेतावनी हैं कि धार्मिक आज़ादी और सार्वजनिक सुरक्षा—दोनों ही जिम्मेदार शासन की कसौटी पर हैं।