योगी सरकार की सख़्त नीति का असर: साढ़े आठ साल में यूपी पुलिस की 15,726 मुठभेड़ें, 256 दुर्दांत अपराधी ढेर

— ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति ने बदमाशों की कमर तोड़ी, कानून व्यवस्था पर प्रदेशभर में छाया सख़्त संदेश
लखनऊ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति अपराध के खिलाफ अब ठोस नतीजे दिखा रही है। बीते साढ़े आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश पुलिस ने राज्यभर में 15,726 मुठभेड़ें की हैं, जिनमें 256 कुख्यात अपराधी ढेर किए गए हैं। इन आँकड़ों ने साबित कर दिया है कि योगी सरकार की सख़्त नीति अब केवल बयानबाज़ी नहीं, बल्कि क़ानून के राज की जीवंत तस्वीर बन चुकी है।
यूपी पुलिस की इन कार्रवाइयों में 5,431 अपराधी घायल हुए हैं, जबकि 21,000 से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। नतीजा यह हुआ कि प्रदेश में अपराधियों का मनोबल टूट चुका है और जनता में कानून-व्यवस्था के प्रति भरोसा मजबूत हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बार-बार दोहराते आए हैं कि —
“अपराध और अपराधियों के लिए उत्तर प्रदेश में कोई जगह नहीं है।”
सरकार की इस नीति के तहत अपराध के हर रूप पर नकेल कसी जा रही है — चाहे वह गैंगस्टर एक्ट हो, माफिया की संपत्तियों की कुर्की हो या महिला सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे अभियानों की बात हो।
राज्य के कई ज़िलों में पुलिस ने माफिया नेटवर्क को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाए हैं। प्रयागराज, गाज़ियाबाद, मऊ, मेरठ, कानपुर, बरेली और गोरखपुर जैसे शहरों में बड़े-बड़े गिरोहों को धराशायी किया गया।
कानून-व्यवस्था पर इस मजबूत पकड़ ने उत्तर प्रदेश को एक ‘शांत, सुरक्षित और निवेश के अनुकूल राज्य’ के रूप में पहचान दिलाई है।
जनता का कहना है —
“पहले हम डर में जीते थे, अब कानून में भरोसा है।”
अपराधियों में दहशत, जनता में राहत — यही है योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति की सबसे बड़ी सफलता।
"जहाँ अपराध रुके, वहीं विकास फले — यही है नए उत्तर प्रदेश की पहचान!"