ओमप्रकाश राजभर का गरजता भाषण: ‘खुदी को कर बुलंद इतना कि खुदा पूछे तेरी रज़ा क्या है

ओमप्रकाश राजभर का गरजता भाषण: ‘खुदी को कर बुलंद इतना कि खुदा पूछे तेरी रज़ा क्या है

आजमगढ़/अहरौला: गुरुवार को अतरौलिया विधानसभा के बहेरा ग्राम सभा में आयोजित भागीदारी पार्टी के विशेष कार्यक्रम में पंचायती राज के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने अपने चिर-परिचित अंदाज में जोरदार भाषण दिया। अपने प्रभावशाली वक्तव्य और तीखे तेवरों से उन्होंने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

राजभर ने अपने भाषण की शुरुआत आत्मगौरव और अपनी ताकत की चर्चा से की। उन्होंने कहा, “आज देश का हर डिबेट मेरे नाम के बिना अधूरा है। खुदी को कर बुलंद इतना कि खुदा बंदे से खुद पूछे तेरी रजा क्या है—मैं इसका जीता-जागता उदाहरण हूं। मेरी ताकत और काम देखकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को मुझसे मेरी रजा पूछनी पड़ी।”

‘हम भाजपा के गुलाम नहीं, सहयोगी हैं’

राजभर ने भारतीय जनता पार्टी के साथ अपने रिश्ते को स्पष्ट करते हुए कहा, “हम भाजपा के गुलाम नहीं, सहयोगी हैं। भाजपा हमारा सहयोग कर रही है और हम उनका। लेकिन हमारा उद्देश्य सिर्फ सत्ता नहीं है, बल्कि वंचितों और शोषितों के अधिकारों के लिए लड़ना है।”

उन्होंने जोर देकर कहा कि आजादी के 77 साल बाद भी वंचित समाज केवल वोटबैंक बनकर रह गया है। उन्होंने वादा किया कि वह जातीय गणना कराकर वंचितों का हक सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा, “शिक्षा और स्वास्थ्य में हमारा हक छीनने नहीं देंगे। अब समय आ गया है कि शोषित समाज की बेटियां संसद और विधानसभा में नेतृत्व करें।”

‘गांव-गांव में योजनाओं का लाभ, भ्रष्टाचार नहीं सहेंगे’

मंत्री राजभर ने अपने विभाग की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि जल्द ही गांवों में 224 सरकारी योजनाओं का लाभ घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी, “अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी भ्रष्टाचार करेगा तो उसे तुरंत कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।”

उन्होंने बताया कि ओ-पावर-टी योजना के तहत हर गांव से 25 पात्र लोगों का चयन कर उन्हें सभी योजनाओं से आच्छादित किया जाएगा। इसके लिए सर्वे का काम जारी है।

महिलाओं का आह्वान: ‘राजनीति में बढ़ाएं कदम’

राजभर ने शोषित और वंचित समाज को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी पढ़ी-लिखी बेटियों को राजनीति में लाएं। उन्होंने कहा, “अब हमें अपनी ताकत को पहचानना होगा। वोट मांगने वाले नेता योजनाओं की जानकारी नहीं देते, लेकिन अब हमें जागरूक होना होगा और अपने अधिकार के लिए लड़ाई लड़नी होगी।”

नेताओं और श्रोताओं का उत्साह चरम पर

कार्यक्रम में भागीदारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेमचंद प्रजापति, प्रदेश अध्यक्ष अशोक प्रजापति, और पूर्व मंत्री महेश चंद्रा ने भी सभा को संबोधित किया। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रत्याशी कन्हैया निषाद और अन्य नेताओं की मौजूदगी ने कार्यक्रम को और भव्य बना दिया।

राजभर का भाषण उनके समर्थकों के बीच नई ऊर्जा का संचार कर गया। क्या उनकी बातें वंचित समाज को जागरूक कर बदलाव की ओर ले जाएंगी? यह तो वक्त ही बताएगा।