राममंदिर में नई शुरुआत: पुजारियों के लिए नियमावली और ड्रेस कोड तैयार, जल्द होगी तैनाती
लखनऊ: भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण के साथ अब मंदिर प्रबंधन पूजा-पाठ की प्रक्रिया को अनुशासित और संरचित बनाने की दिशा में कदम उठा रहा है। पुजारियों के लिए एक नई नियमावली तैयार की गई है, जिसमें पूजा-अर्चना की संहिता और ड्रेस कोड शामिल है। जल्द ही इस नियमावली के तहत प्रशिक्षित नए अर्चकों की तैनाती की जाएगी।
प्रशिक्षित पुजारियों की होगी तैनाती:
मंदिर में पूजा-पाठ की जिम्मेदारी अब उन अर्चकों को सौंपी जाएगी, जिन्होंने विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इन पुजारियों को न केवल वैदिक रीति-रिवाजों में प्रशिक्षित किया गया है, बल्कि उन्हें मंदिर की गरिमा और पूजा पद्धति का पालन करने के लिए भी तैयार किया गया है।
ड्रेस कोड का पालन अनिवार्य:
पुजारियों के लिए विशेष ड्रेस कोड लागू किया जाएगा, ताकि मंदिर की पवित्रता और एकरूपता बनी रहे। यह ड्रेस कोड भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। राममंदिर में पूजा-अर्चना को व्यवस्थित और अनुशासित बनाने के लिए विशेष संहिता बनाई गई है। इस संहिता के तहत सभी धार्मिक अनुष्ठानों और दिनचर्या का पालन अनिवार्य होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह नियमावली न केवल मंदिर की गरिमा को और ऊंचा करेगी, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए भी एक दिव्य और अनुशासित वातावरण तैयार करेगी। यह पहल मंदिर को एक आदर्श पूजा स्थल के रूप में स्थापित करेगी, जहां श्रद्धा और अनुशासन का सुंदर संगम दिखाई देगा। रामलला की सेवा और पूजा में यह नई व्यवस्था एक ऐतिहासिक कदम साबित होगी।