आज़मगढ़ में मंडलायुक्त व डीआईजी का तहसील सदर पर औचक निरीक्षण — 12 अधिकारी गायब, ‘नो वर्क, नो पे’ का आदेश, मौके पर 6 शिकायतों का निस्तारण

आज़मगढ़ में मंडलायुक्त व डीआईजी का तहसील सदर पर औचक निरीक्षण — 12 अधिकारी गायब, ‘नो वर्क, नो पे’ का आदेश, मौके पर 6 शिकायतों का निस्तारण

आज़मगढ़ | 2 अगस्त 2025

शनिवार को मंडलायुक्त विवेक और डीआईजी सुनील कुमार सिंह ने तहसील सदर में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस का औचक निरीक्षण किया, जहां बड़ी लापरवाही सामने आई। निरीक्षण के दौरान 12 अधिकारी अनुपस्थित पाए गए, जिस पर मंडलायुक्त ने ‘नो वर्क, नो पे’ के सिद्धांत के तहत उनका वेतन रोकने और अनुपस्थिति को ‘सेवा में व्यवधान’ मानने का कारण बताने का निर्देश दिया।

अनुपस्थित अधिकारियों में लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, बेसिक शिक्षा, खंड शिक्षा, बीडीओ, सहायक विकास अधिकारी कृषि, और चकबंदी अधिकारी समेत कई जिम्मेदार अधिकारी शामिल थे।

 जनता की समस्याओं पर सख्ती और त्वरित कार्रवाई

निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त व डीआईजी ने आमजन की समस्याएं सुनीं और 6 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कराया।

  • ग्राम परसूपुर के एक व्यक्ति ने बताया कि गांव की नवीन परती भूमि पर अवैध कब्जा है, जिसे हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद मुक्त नहीं कराया गया। इस पर मंडलायुक्त ने एसडीएम सदर नरेंद्र कुमार गंगवार को संबंधित लेखपाल की भूमिका की जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।

  • कस्बा मुबारकपुर के मोहम्मद सालिम ने बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र में देरी की शिकायत की। मंडलायुक्त ने एसडीएम को तीन दिन में रिपोर्ट देने और दोषियों को चिह्नित करने के आदेश दिए।

  • ग्राम दूधनारा के अशोक ने जमीन पर पत्थर नसब न होने से नुकसान की शिकायत की। मामला मई से लंबित पाए जाने पर मंडलायुक्त ने तुरंत निस्तारण का निर्देश दिया।

 प्राप्त शिकायतें

  • राजस्व विभाग: 47

  • पुलिस विभाग: 4

  • विकास विभाग: 1
    कुल: 53 शिकायतें, जिनमें से 6 का समाधान मौके पर किया गया।

पुलिस मामलों पर निर्देश

डीआईजी सुनील कुमार सिंह ने पुलिस से जुड़े मामलों की सुनवाई की और आने वाले त्योहारों व प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाना प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।