रहस्य से उठा पर्दा: मॉडल सुखप्रीत की आत्महत्या का राज़ चार महीने बाद खुला

लिव-इन पार्टनर फोटोग्राफर गिरफ्तार, ब्लैकमेलिंग और प्रताड़ना से तंग आकर 19 साल की मॉडल ने दी थी जान
सूरत/अहमदाबाद, 19 सितम्बर।
सूरत की चर्चित मॉडल सुखप्रीत कौर (19 वर्ष) की आत्महत्या ने जिस तरह चार महीने पहले शहर को स्तब्ध किया था, उसका राज़ अब जाकर खुल सका है। पुलिस ने इस केस में बड़ा खुलासा करते हुए सुखप्रीत के लिव-इन पार्टनर और फोटोग्राफर महेंद्र राजपूत को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में सामने आया कि उसने न सिर्फ सुखप्रीत को ब्लैकमेल और धमकाया, बल्कि शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना भी दी। अंततः मजबूर होकर युवती ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
मॉडलिंग करियर के सपने अधूरे रह गए
मूल रूप से मध्य प्रदेश के शिवपुरी की रहने वाली सुखप्रीत कौर करीब एक साल पहले मॉडलिंग का करियर बनाने सूरत आई थीं। वह एक बड़ी मॉडलिंग एजेंसी से जुड़ी हुई थीं और साड़ियों के लिए पोस्टर मॉडलिंग भी कर रही थीं।
2 मई 2025 की रात उन्होंने अपने फ्लैट में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। अचानक हुई इस घटना ने मॉडलिंग जगत को हिला दिया था।
आत्महत्या का राज़ सुसाइड नोट से खुला
पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार के बाद जब परिजनों ने उनका सामान खंगाला तो एक हिंदी में लिखा सुसाइड नोट मिला। इस पत्र में सुखप्रीत ने साफ लिखा कि उनकी मुलाकात 6 अगस्त को फोटोग्राफर महेंद्र राजपूत से हुई थी। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और वे लिव-इन में रहने लगे। लेकिन कुछ ही समय बाद महेंद्र ने उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया।
ब्लैकमेल, धमकियां और हिंसा
सुसाइड नोट में सुखप्रीत ने लिखा—
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महेंद्र उन्हें धमकी देता था कि उनकी निजी तस्वीरें इंटरनेट पर अपलोड कर देगा।
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वह गाली-गलौज करता और आत्महत्या के लिए उकसाता था।
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एक बार उसने उन्हें फ्लैट में बंद कर ब्लेड से हाथ-पैरों पर वार किया और पट्टी बांधकर रखा।
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डर और प्रताड़ना से त्रस्त होकर वह कई बार घर छोड़ आईं, लेकिन आरोपी लगातार ब्लैकमेल करता रहा।
पुलिस की कार्रवाई
सूरत सिटी पुलिस के एसीपी वीरभद्र सिंह जाड़ेजा ने बताया कि सुखप्रीत के पिता लखविंदर सिंह बलवंतसिंह की तहरीर पर केस दर्ज किया गया था। तकनीकी सर्विलांस के जरिए आरोपी की लोकेशन ट्रेस कर उसे डिंडोली बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के अनुसार, महेंद्र राजपूत पेशे से फोटोग्राफर है और पिछले एक साल से सुखप्रीत के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा था।
समाज के लिए कड़ा सबक
सुखप्रीत कौर की आत्महत्या न केवल एक उभरते करियर का अंत है, बल्कि यह युवाओं और समाज के लिए बड़ा सबक भी है। यह घटना साफ दिखाती है कि रिश्तों में हिंसा, ब्लैकमेल और मानसिक प्रताड़ना कितनी खतरनाक हो सकती है।
पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में पीड़ित को समय रहते कानूनी मदद लेनी चाहिए, ताकि कोई और मासूम जिंदगी इस तरह खत्म न हो।