सूरत में ठगी और प्रताड़ना से टूटी उम्मीदें

सूरत में ठगी और प्रताड़ना से टूटी उम्मीदें
  • आर.वी.9 न्यूज़ | संवाददाता, मनोज कुमार

नगर निगम की नौकरी का झांसा देकर 22 लाख की ठगी, दबाव और धमकियों से तंग आकर बुजुर्ग ने की आत्महत्या

सूरत, 19 सितम्बर।
गुजरात के औद्योगिक शहर सूरत में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। नगर निगम में नौकरी दिलाने का सपना दिखाकर 22 लाख रुपये की ठगी का शिकार हुए बुजुर्ग चेतन पंचाल (सेवानिवृत्त कैटरिंग व्यवसायी) ने अंततः ज़हर खाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। ठगी के बाद लगातार गालियां, धमकियां और पैसों की वसूली के दबाव ने उन्हें इस कदर तोड़ दिया कि उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।


नौकरी का झांसा और 22 लाख की ठगी

महिधरपुरा थाना क्षेत्र निवासी चेतन पंचाल करीब छह महीने पहले एक ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए, जिसने दावा किया कि वह नगर निगम में नौकरी दिला सकता है। उसने लालच दिया कि यदि चेतन नौकरी चाहने वालों को साथ लाएंगे तो उन्हें भी लाखों रुपये का फायदा होगा।

चेतन पंचाल ने अपने परिचित परिमल जरीवाला और शराब माफिया अशोक उर्फ डोकू राणा को इस योजना में शामिल किया। दोनों ने चेतन के माध्यम से उस अज्ञात व्यक्ति को 22 लाख रुपये सौंप दिए। लेकिन रकम हाथ में आते ही वह व्यक्ति गायब हो गया और न नौकरी मिली, न पैसा लौटा।


दबाव, धमकियां और परिवार पर टूटा कहर

पैसे डूबने के बाद परिमल जरीवाला और अशोक राणा ने चेतन पंचाल से रकम लौटाने के लिए दबाव बनाना शुरू किया। आरोप है कि उन्होंने गालियां दीं, धमकियां दीं और घर का माहौल जहरीला कर दिया।

बेबस चेतन ने अपनी पत्नी और बेटी के गहने तक बेचकर लगभग 18 लाख रुपये लौटा दिए। लेकिन शेष 4 लाख रुपये को लेकर दबाव और प्रताड़ना लगातार बढ़ती रही। घर में रोजाना तनाव का माहौल बना रहा। इसी मानसिक पीड़ा के चलते चेतन की पत्नी बीमार पड़ गईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।


आख़िरी कदम और मौत से पहले का संदेश

लगातार अपमान, दबाव और तनाव से टूटकर 30 अगस्त को चेतन पंचाल ने अपने घर की छत पर जाकर ज़हर खा लिया। जब उनकी बेटी क्लिनिक से लौटी तो उसने पिता को अचेत पाया और पास में जहर की शीशी भी पड़ी मिली। तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

मरने से पहले चेतन ने अपने बेटे को मोबाइल पर एक व्हाट्सएप संदेश भेजा। इस डिजिटल सुसाइड नोट में उन्होंने साफ लिखा कि परिमल जरीवाला और अशोक राणा की प्रताड़ना से तंग आकर उन्होंने यह कदम उठाया है।


पुलिस जांच और सवाल

घटना के बाद महिधरपुरा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ठगी में शामिल अज्ञात व्यक्ति और प्रताड़ना देने वाले दोनों आरोपियों की भूमिका की छानबीन हो रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति की मौत नहीं, बल्कि समाज को यह चेतावनी है कि बेरोजगारी और लालच के बीच ठग किस तरह आमजन की जिंदगी तबाह कर रहे हैं।


समाज के लिए सबक

यह घटना दोहरी त्रासदी की ओर इशारा करती है — एक ओर ठगी का जाल, दूसरी ओर समाज में दबाव और प्रताड़ना से जूझते लोग। यह बताती है कि

  • नौकरी या आसान पैसे का झांसा देने वाले लोगों से सावधान रहें।

  • वित्तीय लेन-देन में किसी पर आंख मूंदकर भरोसा न करें।

  • और सबसे अहम, मानसिक दबाव या प्रताड़ना झेल रहे लोग तुरंत कानून और समाज से मदद लें।


चेतन पंचाल की मौत न सिर्फ सूरत बल्कि पूरे समाज के लिए करारा सबक है कि ठगी और दबाव की चपेट में आने से पहले सतर्क रहना ही जीवन बचाने का सबसे बड़ा उपाय है।