ओलपाड तालुका में बेमौसमी बारिश का कहर: 30,300 हेक्टेयर खेत डूबे, धान की फसल पर भारी मार – सरकार ने शुरू की त्वरित राहत कार्यवाही

ओलपाड तालुका में बेमौसमी बारिश का कहर: 30,300 हेक्टेयर खेत डूबे, धान की फसल पर भारी मार – सरकार ने शुरू की त्वरित राहत कार्यवाही
  • आर.वी.9 न्यूज़ | संवाददाता, मनोज कुमार

सूरत, गुजरात।
ओलपाड तालुका में हुई बेमौसमी बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। प्रकृति की इस अनचाही मेहमाननवाज़ी से ओलपाड तालुका के करीब चार गांवों की धान की फसलें गंभीर रूप से प्रभावित हुई हैं। खेतों में लहलहाती फसलें अब कीचड़ और पानी में डूबी नजर आ रही हैं। ओलपाड तालुका विस्तार अधिकारी (खेती) श्री देवेसभाई पटेल के अनुसार, इस बारिश से लगभग 30,300 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है, जिसमें से करीब 25,300 हेक्टेयर में फसलों को महत्वपूर्ण नुकसान दर्ज किया गया है।

किसानों की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने तुरंत कमान संभाली है। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल के मार्गदर्शन में राज्य प्रशासन ने “विश्व हित में निर्णय” लेते हुए त्वरित राहत और पुनर्सर्वेक्षण कार्यवाही प्रारंभ कर दी है। सूरत जिला कृषि विभाग की टीमों ने प्रभावित गांवों में डेरा डाल दिया है और नुकसान का आंकलन तेजी से किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि किसानों को उचित मुआवजा और राहत पहुंचाने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। गुजरात की धरती पर यह बेमौसमी बारिश उस समय आई है जब किसान अपनी मेहनत का फल काटने ही वाले थे। अब खेतों में चिंता की लहर है — लेकिन प्रशासन और किसानों दोनों के बीच उम्मीद की किरण भी जग रही है कि सरकार की तत्परता से नुकसान की भरपाई शीघ्र की जाएगी।

“कृषि हमारे राज्य की आत्मा है, और किसान उसकी धड़कन” — मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल का यह विश्वास आज फिर एक बार ओलपाड के खेतों में जीवन का संचार कर रहा है।