बुराड़ी हादसा: 30 घंटे तक मलबे में दबे परिवार की चमत्कारिक बचावट, पिता ने टमाटर खिलाकर बचाई बच्चों की जान!

बुराड़ी हादसा: 30 घंटे तक मलबे में दबे परिवार की चमत्कारिक बचावट, पिता ने टमाटर खिलाकर बचाई बच्चों की जान!

नई दिल्ली। मौत से जंग जीतकर निकला एक परिवार… 30 घंटे से अधिक वक्त तक जिंदगी और मौत के बीच फंसे राजेश, उनकी पत्नी गंगोत्री और दो मासूम बेटे जब मलबे से बाहर आए, तो मानो कुदरत ने करिश्मा कर दिया हो! दिल्ली के बुराड़ी में गिरी बहुमंजिला इमारत के मलबे में दबी इस परिवार की कहानी इंसानी हौसले और उम्मीद की सबसे मार्मिक मिसाल बन गई।

पाइप से दी आवाज, फिर हुआ चमत्कार!

रेस्क्यू ऑपरेशन में तैनात जवानों ने बताया कि एक युवक मलबे के भीतर से आवाज दे रहा था—"रुको, यहां एक पूरा परिवार दबा है!" यह आवाज राजेश की थी, जो मलबे के बीच से एक पाइप के जरिए मदद के लिए इशारा कर रहे थे।

टमाटर बने जीवनसंकट में सहारा

राजेश ने बताया, "जब इमारत गिरी, तो हम चारों दब गए। मगर हम जिंदा थे। मैं अपने बच्चों को भूख से रोता नहीं देख सकता था, इसलिए टमाटर खिलाकर किसी तरह उन्हें बचाए रखा। कोई भी पिता यही करता!"

30 घंटे बाद बाहर आई जिंदगी

बचाव दल ने पूरी ताकत झोंक दी, और आखिरकार बुधवार देर रात चारों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। परिवार को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।

हिम्मत और इंसानी जज़्बे की मिसाल

इस हादसे ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जब तक हौसले जिंदा होते हैं, तब तक उम्मीद भी सांस लेती है। राजेश की सूझबूझ और पिता का प्रेम इस त्रासदी में उनके परिवार की सबसे बड़ी ताकत बन गया।