प्रशासनिक लापरवाही का खामियाजा भुगत रहीं कस्तूरबा की छात्राएं
- खजनी के उसवां बाबू में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में छात्राओं के पिटाई का मामला
खजनी। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय उसवां में शनिवार को जो भी घटना घटित हुई उसे प्रशासनिक लापरवाही ही कहा जाएगा। अधिकारी अगर समय-समय पर विद्यालय का निरीक्षण किये होते तो शायद ऐसी घटना नहीं घटित होती। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि इसमें अधिकारियों की मिलीभगत की बु आ रही है। घटना के दिन खंडशिक्षा अधिकारी खजनी सावन कुमार दुबे का मोबाइल नेटवर्क से बाहर रहा, मीडिया को विद्यालय में जाने से रोका गया, जिला मुख्यालय से पहुंची जांच टीम ने मीडिया से कहा यहां नहीं जिला मुख्यालय चलकर बताएंगे। मौके पर पहुंची पुलिस थाने वापस आ गई और जिले की जांच टीम जिला मुख्यालय पहुंच गई लेकिन किसी ने भी घायल छात्राओं के उपचार के बारे में नहीं सोचा। ग्रामीणों ने बताया विद्यालय पर कुछ छात्राओं के परिजन आये थे लेकिन उनसे नहीं मिलने दिया गया और वह निराश होकर घर लौट गये।
वहीं खंड शिक्षा अधिकारी खजनी ने बताया कि तीन छात्राओं का उपचार रविवार को मॉडर्न क्लिनिक में डॉक्टर सीबी सिंह ने किया। उन्होंने बताया कि सुबह 11:30 बजे तीनों छात्राओं में से घायल अनुष्का का उपचार डॉक्टर ने किया है, बाकी दो अन्य बीमारी से पीड़ित थीं। दोनों छात्राओं का नाम व बीमारी के बारे में मीडिया पूछती रही लेकिन व घूमाते रहे और अंत तक नहीं बताया। मजे की बातें है कि खंड शिक्षा अधिकारी ने कहा कि रविवार को अवकाश होने के कारण तीनों बच्चियों को उपचार के लिये निजी अस्पताल ले जाया गया।