यूपी में पुलिस का प्रहार: 24 घंटे में दो इनामी बदमाश ढेर — लखनऊ से मेरठ तक गूंजा ‘एनकाउंटर ऑपरेशन’ का डंका!
उत्तर प्रदेश में कानून का शिकंजा एक बार फिर कसता नज़र आ रहा है। अपराधियों पर यूपी पुलिस का कहर इस कदर टूटा कि महज़ 24 घंटे में दो इनामी बदमाशों का अंत हो गया। लखनऊ से लेकर मेरठ, झांसी, मुजफ्फरनगर और सोनभद्र तक पुलिस के ‘एनकाउंटर ऑपरेशन’ ने अपराध जगत में खलबली मचा दी है।
राजधानी लखनऊ में डेढ़ लाख रुपये के इनामी बदमाश गुरुसेवक को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। यह वही कुख्यात अपराधी था जो हाल ही में एक कैब ड्राइवर की हत्या के मामले में वांछित चल रहा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उसकी तलाश में कई जिलों की टीमें जुटी थीं। सोमवार देर रात जब पुलिस ने उसे घेराबंदी में लिया, तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से वह मारा गया।
वहीं, मेरठ में भी पुलिस ने 25 हजार के इनामी शहजाद उर्फ निक्की को एनकाउंटर में मार गिराया। यह आरोपी बच्चियों से दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराधों में वांछित था। मेरठ पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। पुलिस ने जैसे ही उसे घेरा, उसने गोलियां चलानी शुरू कर दीं — लेकिन जवाबी कार्रवाई में वह ढेर हो गया।
पुलिस का सख्त संदेश:
प्रदेश पुलिस ने साफ किया है कि अपराध, अराजकता और निर्दोषों के खिलाफ हिंसा करने वालों के लिए यूपी की धरती अब सुरक्षित नहीं रही। राज्यभर में अपराधियों की धरपकड़ और एनकाउंटर की कार्रवाइयां लगातार जारी हैं।
लखनऊ से लेकर मेरठ, झांसी, मुजफ्फरनगर और सोनभद्र तक पुलिस की सक्रियता ने आम जनता में सुरक्षा की भावना को मजबूत किया है। वहीं अपराधी अब खौफ के साए में हैं।
जनता की प्रतिक्रिया:
लोगों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनी है। “जो अपराध करेगा, उसे परिणाम भुगतना ही होगा”— यही अब उत्तर प्रदेश की नई पहचान बनती दिख रही है।
24 घंटे के भीतर दो इनामी अपराधियों का खात्मा इस बात का प्रमाण है कि योगी सरकार की अपराधियों के प्रति “जीरो टॉलरेंस” की नीति अब जमीन पर दिख रही है। यूपी पुलिस का यह अभियान न केवल अपराध के खिलाफ सख्त संदेश है, बल्कि जनता के मन में न्याय और सुरक्षा का विश्वास भी पुनः स्थापित कर रहा है।






