झंगहा में पति ने छिपकर की तीसरी शादी, दो पत्नियों ने SDM से लगाई न्याय की गुहार — इलाके में मचा हड़कंप!

गोरखपुर | संवाददाता: नरसिंह यादव
गोरखपुर जनपद के झंगहा थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने बिना तलाक दिए लगातार तीन शादियां कर लीं। जब इसकी भनक पहली और दूसरी पत्नी को लगी तो उन्होंने एकजुट होकर एसडीएम चौरीचौरा को शिकायती पत्र सौंपा, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
???? पहली पत्नी: “2017 में शादी, दो बच्चों के बाद भी धोखा”
एम्स थाना क्षेत्र की रहने वाली पहली पत्नी ने बताया कि उसकी शादी वर्ष 2017 में झंगहा निवासी युवक से हुई थी। दोनों को एक बेटा और एक बेटी भी है। लेकिन इसके बावजूद पति ने बिना तलाक लिए 2 जुलाई 2021 को चिलुआताल की एक युवती से दूसरी शादी कर ली।
???? दूसरी पत्नी: “घरेलू हिंसा के बाद घर से निकाल दिया”
चिलुआताल निवासी दूसरी पत्नी ने बताया कि शादी के बाद पति ने उसके साथ मारपीट और उत्पीड़न शुरू कर दिया। अंततः उसे घर से निकाल दिया गया, लेकिन इस दौरान भी तलाक की कोई प्रक्रिया पूरी नहीं की गई।
???? तीसरी शादी: देवरिया की युवती बनी तीसरी पत्नी
दोनों पीड़िताओं को जब पता चला कि पति ने तीसरी शादी देवरिया जनपद के गौरीबाजार की एक युवती से कर ली है, तो वे बृहस्पतिवार को झंगहा स्थित घर पर पहुंचीं। वहां उन्होंने देखा कि पति तीसरी पत्नी के साथ रह रहा है।
⚠️ धमकी देकर भगाया गया
जब पहली और दूसरी पत्नी ने पति से सवाल-जवाब किया तो उसने अपने साथियों के साथ मिलकर जान से मारने की धमकी दी और दोनों को घर से भगा दिया।
???? SDM से लगाई न्याय की गुहार, पुलिस ने शुरू की जांच
दोनों महिलाओं ने इस मामले में उपजिलाधिकारी चौरीचौरा से न्याय की मांग की है। एसडीएम ने गंभीरता को देखते हुए प्रभारी निरीक्षक झंगहा को जांच के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर साक्ष्य संकलन शुरू कर दिया है।
???? क्या कहता है कानून?
भारतीय दंड संहिता की धारा 494 और 495 के अनुसार, पहली शादी के रहते दूसरी या तीसरी शादी करना अपराध है, जब तक कि कानूनी रूप से तलाक न हुआ हो। यह सात साल तक की सजा के दायरे में आता है।
????️ इलाके में चर्चा:
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“अगर महिलाएं एकजुट न होतीं, तो यह मामला दबा रह जाता”
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“शादी को मजाक बना दिया है, यह कानून और रिश्तों का मजाक उड़ाना है”
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“अब देखना है कि पुलिस कितनी गंभीरता से कार्रवाई करती है”
यह मामला केवल एक व्यक्ति की करतूत नहीं, बल्कि महिला अधिकारों, वैवाहिक सम्मान और कानूनी प्रक्रियाओं की खुली अनदेखी का उदाहरण बन गया है।