विद्यालय मर्जर के विरोध में शिक्षकों ने विधायक पिपराइच को सौंपा ज्ञापन, गरीब बच्चों की शिक्षा पर जताई चिंता

विद्यालय मर्जर के विरोध में शिक्षकों ने विधायक पिपराइच को सौंपा ज्ञापन, गरीब बच्चों की शिक्षा पर जताई चिंता

सरकारी निर्णय को बताया संविधान विरोधी, विधायक ने दिया मांगों को शासन तक पहुंचाने का आश्वासन

भटहट, गोरखपुर।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उन बेसिक विद्यालयों का मर्जर (विलय) किया जा रहा है जिनमें 50 से कम छात्र नामांकित हैं। इस निर्णय से आहत होकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, भटहट इकाई ने विधायक पिपराइच महेंद्र पाल सिंह को मुख्यमंत्री संबोधित ज्ञापन सौंपा और इस निर्णय को वापस लेने की मांग की।

ज्ञापन सौंपते हुए जिला उपाध्यक्ष अनिल कुमार पाण्डेय ने कहा कि 50 से कम बच्चों वाले विद्यालयों को बंद करना न केवल गरीब व वंचित वर्ग के बच्चों की शिक्षा पर कुठाराघात है, बल्कि यह संविधान के नीति-निर्देशक तत्वों का भी उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों का मर्जर ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने जैसा होगा।

इस मौके पर ब्लॉक अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह एवं ब्लॉक मंत्री जितेन्द्र मिश्र ने कहा कि सरकार को यह समझना चाहिए कि इन विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे दूर-दराज के क्षेत्रों से आते हैं और मर्जर के बाद वे शिक्षा से पूरी तरह कट सकते हैं। शिक्षकों ने मांग की कि सरकार इस पर पुनः विचार करे और जनहित में मर्जर की प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाए।

विधायक महेंद्र पाल सिंह ने शिक्षकों को ध्यानपूर्वक सुना और आश्वस्त किया कि वह उनकी इस मांग को शासन स्तर पर प्रमुखता से उठाएंगे

इस अवसर पर रामाज्ञा (कोषाध्यक्ष), अमरजीत, मनीष, रेनू फ्रांसिस, पुनीता सिंह, संगीता पाण्डेय, प्रतिमा श्रीवास्तव, सीमा त्रिपाठी, अनिता चौधरी, अनिल कुमार पाण्डेय द्वितीय, रमेश मणि त्रिपाठी, मिथिलेश कुमार पाण्डेय, संजय दुबे, जनार्दन, रवि सिन्हा, रामकिशन गुप्ता, शम्भु, नवीन, संतोष कुमार, मदन मोहन, अभिमन्यु, अजीत समेत दर्जनों शिक्षक मौजूद रहे।

शिक्षकों ने चेताया है कि यदि सरकार ने शीघ्र निर्णय वापस नहीं लिया, तो प्रदेशभर में व्यापक आंदोलन किया जाएगा।