जम्मू में बाढ़-आपदा का जायजा लेने पहुँचे गृह मंत्री अमित शाह, बोले – “मोदी सरकार संकट की इस घड़ी में कश्मीरियों के साथ मज़बूती से खड़ी है”

जम्मू संभाग में हाल ही की मूसलाधार बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से तबाही मचने के बाद सोमवार को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने दौरा कर हालात का ज़मीनी जायज़ा लिया। शाह सबसे पहले चक मांगू गाँव पहुँचे और बाढ़ से प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। इसके बाद उन्होंने तवी पुल, शिव मंदिर और बाढ़ में क्षतिग्रस्त घरों का निरीक्षण किया।
उच्चस्तरीय बैठक में स्थिति की समीक्षा
दौरे के बाद श्री शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में उन्होंने हालात की समीक्षा करते हुए कहा कि,
➡️ “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पहले दिन से हालात पर नज़र बनाए हुए हैं और सरकार ने राहत-बचाव में पूरी ताक़त झोंक दी है।”
गृह मंत्री ने आपदा में जान गंवाने वालों के प्रति शोक व्यक्त किया और कहा कि केंद्र सरकार हर संभव मदद मुहैया कराएगी।
तकनीकी सुधार और त्वरित राहत पर ज़ोर
श्री शाह ने कहा कि—
-
अर्ली वॉर्निंग सिस्टम का क्रिटिकल रिव्यू किया जाएगा ताकि ज़ीरो कैज़ुअल्टी अप्रोच की दिशा में काम हो सके।
-
NDMA और मौसम विभाग को डेटा एनालिटिक्स व आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के ज़रिए बादल फटने की घटनाओं का वैज्ञानिक अध्ययन करने के निर्देश दिए गए।
-
भारतीय खाद्य निगम (FCI) को पर्याप्त राशन की व्यवस्था करने और कनेक्टिविटी बाधित होने पर ऑफलाइन सप्लाई तैयार रखने को कहा गया।
उन्होंने बताया कि गृह मंत्रालय की सर्वेक्षण टीमें जल्द प्रभावित क्षेत्रों का आकलन कर त्वरित राहत वितरित करेंगी।
राहत और पुनर्वास कार्य तेज़ी से जारी
- 5000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है।
- NDRF की 17 टीमें, सेना की 23 टुकड़ियाँ, भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर और CAPFs लगातार बचाव व राहत कार्य में जुटे हैं।
- 80% से अधिक क्षेत्रों में बिजली और पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गई है।
- सड़कें, स्वास्थ्य सेवाएँ और अस्थायी ढांचा युद्धस्तर पर दुरुस्त किया जा रहा है।
शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने SDRF के तहत 209 करोड़ रुपये जम्मू-कश्मीर को जारी कर दिए हैं, जिससे राहत कार्य और तेज़ हुए हैं।
कश्मीरियों को आश्वासन
गृह मंत्री ने कहा—
“मोदी सरकार संकट की इस घड़ी में जम्मू-कश्मीर के भाइयों-बहनों के साथ मज़बूती से खड़ी है। सुरक्षा, पुनर्वास और पुनर्निर्माण को आसान बनाने के लिए त्वरित राहत, वित्तीय सहायता और तकनीकी मदद जारी रहेगी।”