बड़हलगंज में एसआईआर और फैमिली आईडी जागरूकता को लेकर बैठक—मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान को मिलेगी रफ्तार

बड़हलगंज में एसआईआर और फैमिली आईडी जागरूकता को लेकर बैठक—मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान को मिलेगी रफ्तार
  •  आर.वी.9 न्यूज़ | संवाददाता, शुभम शर्मा

बड़हलगंज। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्यक्रम और फैमिली आईडी जागरूकता को गति देने के लिए शुक्रवार को नगर पंचायत बड़हलगंज में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। नगर पंचायत के विश्वनाथ उमर सभागार में हुई इस बैठक में अधिशासी अधिकारी, चेयरमैन प्रतिनिधि, प्रभारी अधिकारी, लेखपाल, बीएलओ और जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक का उद्देश्य एसआईआर गणना पत्रक में दर्ज 2003 की मतदाता सूची से मिलान की प्रक्रिया को तेज करना और जनता को फैमिली आईडी के महत्व से अवगत कराना रहा।


चेयरमैन प्रतिनिधि महेश उमर ने दिए निर्देश—“कार्य में तेजी लाएँ, जनता तक जागरूकता पहुँचाएँ”

बैठक की अध्यक्षता कर रहे चेयरमैन प्रतिनिधि महेश उमर ने अधिकारियों व बीएलओ से कहा कि एसआईआर अभियान को समयबद्ध रूप से आगे बढ़ाया जाए।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि—

  • जिनके पास गणना प्रपत्र नहीं पहुँचा है, वे तुरंत अपने बीएलओ से संपर्क करें।

  • भाजपा कार्यकर्ता भी बूथ स्तर पर सहायता के लिए सक्रिय हैं।

  • जिन परिवारों के पास राशन कार्ड नहीं है, वे अपना फैमिली आईडी अवश्य बनवा लें, क्योंकि भविष्य में कई सरकारी योजनाओं का लाभ इसी के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा।

उन्होंने बताया कि योगी सरकार ने फैमिली आईडी धारक बुजुर्गों के लिए लाभकारी योजनाएँ बिना अलग फॉर्म भरे उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।


 ईओ राम समुख ने हटाया भ्रम—“वैध मतदाताओं को किसी प्रकार की चिंता नहीं”

अधिशासी अधिकारी राम समुख ने बताया कि एसआईआर को लेकर जनता को किसी भी भ्रम में पड़ने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि—

  • यदि कोई मतदाता गणना पत्रक के कॉलम नहीं भर पाया है, तो भी चिंता न करें, बाद में बीएलओ नोटिस देकर दस्तावेज प्राप्त करेंगे।

  • मतदाता अपने नाम की पुष्टि हेतु निर्वाचन आयोग द्वारा जारी 11 वैध प्रपत्रों में से कोई एक या दो दस्तावेज दे सकता है।

  • जन्म वर्ष के आधार पर दस्तावेजों की आवश्यकता निर्धारित की गई है:
    1987 से पहले जन्म: स्वयं का वैध प्रपत्र अनिवार्य
    1987 से 2003 के बीच जन्म: स्वयं का व माता-पिता में से किसी एक का प्रपत्र

  • पहचान सत्यापन हेतु आधार सहित 13 दस्तावेजों में से किसी एक की उपलब्धता पर्याप्त है। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी नागरिक का नाम केवल सत्यापन के आधार पर हटाया नहीं जाएगा।


फैमिली आईडी—आने वाले समय में योजनाओं का मुख्य आधार

बैठक में यह संदेश पूरे नगर में फैलाने पर विशेष जोर दिया गया कि फैमिली आईडी भविष्य में शासन की अधिकतर योजनाओं का लाभ पाने का प्राथमिक माध्यम बनने जा रही है।इसीलिए जिन लोगों के पास यह आईडी नहीं है, उन्हें जल्द से जल्द अपने दस्तावेज तैयार कराना चाहिए।


बैठक में बड़ी संख्या में जिम्मेदार मौजूद

कार्यक्रम में लेखपाल अरविन्द विश्वकर्मा, महेंद्र गौड़, सभासद दीपक शर्मा, दीपक गौड़, सभासद प्रतिनिधि संजय सोनकर, रामदास मद्धेशिया, नियाज़ कुरैशी, बीएलओ महेश पटेल, नियाज़ अहमद, ज्योति गुप्ता, रेखा गौतम, शशिप्रभा, सावित्री देवी, बृजेश उमर, अरविन्द सिंह, राजकुमार भारती, अजीत राव सहित कई कर्मचारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।