शांति के दूत की हत्या: मणिपुर के पीस एक्टिविस्ट नेखम जोम्हाओ हत्याकांड में असम पुलिस की बड़ी कार्रवाई, पांच आरोपी गिरफ्तार

मणिपुर के चर्चित शांति कार्यकर्ता और थाडो साहित्य समाज के अध्यक्ष नेखम जोम्हाओ (59 वर्ष) की निर्मम हत्या ने पूरे उत्तर-पूर्व को झकझोर कर रख दिया है। जोम्हाओ, जिन्हें शांति, संवाद और साहित्यिक चेतना का प्रतीक माना जाता था, का शव 30 अगस्त को करबी आंगलोंग (असम) में बरामद हुआ था। हत्या के इस सनसनीखेज मामले में असम पुलिस ने तेज़ कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं और हत्याकांड की पृष्ठभूमि को लेकर पूछताछ जारी है। नेखम जोम्हाओ अपने सामाजिक कार्यों और साहित्यिक योगदान के कारण मणिपुर और पूरे पूर्वोत्तर में एक सम्मानित चेहरा थे। वे जातीय सौहार्द और शांति बहाली के पक्षधर माने जाते थे। उनकी हत्या ने न केवल साहित्य जगत, बल्कि पूरे समाज में गहरा आक्रोश और शोक की लहर पैदा कर दी है।
स्थानीय संगठनों और बुद्धिजीवियों का कहना है कि – “यह सिर्फ एक व्यक्ति की हत्या नहीं, बल्कि शांति और सद्भाव की आवाज़ पर हमला है।”
फिलहाल पुलिस इस जघन्य अपराध की गुत्थी सुलझाने में जुटी है और जल्द ही पूरे षड्यंत्र से पर्दा उठने की उम्मीद जताई जा रही है।