सूरत में हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ — युगांडा और थाईलैंड की लड़कियाँ फँसी इस काले कारोबार में, रोज़ कमाए जाते थे लाखों रुपये!
- आर.वी.9 न्यूज़ | संवाददाता, मनोज कुमार, रजनीश कुमार
सूरत |
हीरे की नगरी सूरत की चमक के पीछे छिपा एक गंदा सच उस वक्त उजागर हुआ जब शहर की क्राइम ब्रांच टीम ने सरथाणा सीमाडा नाका स्थित होटल होम टाउन में छापा मारकर विदेशी युवतियों से चलाए जा रहे एक हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया। पुलिस की इस कार्रवाई ने न सिर्फ शहर में सनसनी फैला दी, बल्कि यह भी उजागर कर दिया कि पिछले 10 महीनों से यह गंदा धंधा विदेशी चकाचौंध की आड़ में फल-फूल रहा था।
गुप्त सूचना से खुला काले धंधे का राज
क्राइम ब्रांच से जुड़ी IUCAW सेल की टीम को यह पुख्ता सूचना मिली थी कि होटल होम टाउन के भीतर विदेशी लड़कियों के ज़रिए देह व्यापार का नेटवर्क चल रहा है। जानकारी मिलते ही एसीपी मिनी जोसेफ के नेतृत्व में टीम ने शुक्रवार रात अचानक छापा मारा। पुलिस जब मौके पर पहुँची तो वहाँ का नज़ारा हैरान करने वाला था — कुछ ग्राहक नशे की हालत में मिले और कमरों के भीतर विदेशी युवतियाँ मौजूद थीं। पुलिस ने मौके से 211 कंडोम, 50 हज़ार रुपये नकद और पाँच मोबाइल फोन बरामद किए। होटल की दीवारों के पीछे बने गुप्त कमरों में यह कारोबार लंबे समय से चल रहा था।
थाईलैंड और युगांडा की युवतियाँ बनी थीं “संपर्क का चेहरा”
पुलिस ने मौके से दो थाईलैंड, एक युगांडा और एक मुंबई की लड़की को मुक्त कराया है। जांच में खुलासा हुआ कि ये विदेशी युवतियाँ वीज़ा पर भारत आई थीं, लेकिन उन्हें यहां फँसाकर इस गंदे कारोबार में झोंक दिया गया। इस नेटवर्क का संचालन विदेशी लड़की सप्लायर चिराग लवजीभाई कोयानी करता था, जो उच्च वर्ग के ग्राहकों को “विदेशी अनुभव” का लालच देकर भारी रकम वसूलता था।
हर दिन की कमाई — एक लाख रुपये से अधिक!
पुलिस जांच में सामने आया कि होटल में रोज़ाना 30 से 40 ग्राहक आते थे, जबकि छुट्टियों या त्योहारों के दौरान यह संख्या और बढ़ जाती थी। प्रत्येक ग्राहक से 5 से 6 हज़ार रुपये वसूले जाते थे और इस तरह रोज़ाना लगभग एक लाख रुपये की कमाई होती थी। होटल का यह कारोबार इतने सुनियोजित तरीके से चलाया जा रहा था कि प्रत्येक ग्राहक का आधार कार्ड तक लिया जाता था, ताकि पुलिस की शक की सुई उस तक न पहुँचे।
चार गिरफ्तार, होटल मालिक फरार घोषित
पुलिस ने इस रैकेट में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है —
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राज अश्विन गाजीपारा (21 वर्ष) – पेशे से सेल्समैन
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शनि लक्ष्मण भोई (24 वर्ष) – सब्जी व्यापारी
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विवेक कानू पटेल (22 वर्ष) – होटल मैनेजर
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चिराग लवजीभाई कोयानी (35 वर्ष) – विदेशी युवतियों का सप्लायर
वहीं, होटल के मालिक संदीप उर्फ सैंडी अशोक पटेल फरार है, जिसे पुलिस ने वांटेड घोषित कर दिया है। पुलिस की टीमें उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं।
होटल की दीवारों के पीछे छिपा था गुनाह का अड्डा
होटल तीन मंज़िला है — ग्राउंड फ्लोर पर रेस्टोरेंट और ऑफिस, जबकि पीछे के हिस्से में बने कमरों में यह देह व्यापार चलता था। कमरों में सीसीटीवी लगाए गए थे, लेकिन पुलिस ने बताया कि फुटेज नियमित रूप से डिलीट कर दिए जाते थे ताकि किसी के पास कोई सबूत न रहे। ग्राहक परिचितों के ज़रिए बुलाए जाते थे, और “सुरक्षा” के नाम पर उनकी पहचान नोट की जाती थी।
सूरत की चमक के पीछे छिपी अंधेरी दुनिया
हीरे और व्यापार की पहचान वाले सूरत शहर में यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे विदेशी आकर्षण और धन के लालच ने इंसानियत को बेचने का धंधा बना दिया है। पुलिस अब इस नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की जाँच में जुट गई है, ताकि इस गंदे खेल के असली संचालक तक पहुँचा जा सके।
“सूरत की चमकदार गलियों में छिपे अंधेरे को उजागर करने वाली यह कार्रवाई समाज को आईना दिखाती है — जब इंसानियत बिकने लगे, तो कानून की सख्ती ही उसका जवाब बनती है।”






