मांगलिक कार्यक्रम से लौट रहे दो बाइकों की टक्कर में पांच मरेः पिता व दो मासूम बेटियों की मौत, दो दोस्तों की भी गई जान

मांगलिक कार्यक्रम से लौट रहे दो बाइकों की टक्कर में पांच मरेः पिता व दो मासूम बेटियों की मौत, दो दोस्तों की भी गई जान

संवाददाता __नरसिंह यादव, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश

गोरखपुर में शुक्रवार की रात भीषण मार्ग दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई। तीन लोग घायल हैं। घायलों का बीआरडी मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा है। मोहद्दीपुर बिजली घर के मोड़ पर रात लगभग 12 बजे दो बाइक में टक्कर हो गई। मरने वालों में एक ही परिवार के पिता व उनकी दो मासूम पुत्रियां हैं। जबकि दूसरे बाइक पर बैठे दो दोस्तों की भी मौत हुई है। दोनों बाइक टकराने के बाद एक अन्य बाइक सवार भी उसमें टकरा गया। उसकी हालत गंभीर है।

मरने वालों की पहचान मोहद्दीपुर बिजली घर के पास रहने वाले 34 वर्षीय विक्रांत, उनकी पुत्री लाडो व एक साल की बेटी परी के रूप में हुई है। दूसरे बाइक पर सवार रुस्तमपुर के निवासी मोनू चौहान व बेतियाहाता हनुमान मंदिर निवासी 28 वर्षीय सूरज के रूप में हुई है। दुर्घटना के बाद सभी को जिला अस्पताल लाया गया। जहां एक-एक कर डाक्टरों ने पांचों को मृत घोषित कर दिया। थोड़ी ही देर में सभी के परिजन वहां पहुंच गए। जिला अस्पताल पर पहुंचे परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। 

मेडिकल कालेज में भर्ती कराए गए घायल

इस दुर्घटना में तीन लोग घायल हुए हैं। इनमें विक्रांत की पत्नी 30 वर्षीय निकिता व उनका पांच साल का बेटा अंगद शामिल हैं। तीसरे घायल की पहचान उनकी जेब में रखे आधार कार्ड से हुई। पुलिस के मुताबिक उनका नाम चिन्मयानंद मिश्र है। सभी को मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। अंगद की हालत गंभीर बतायी जा रही है। उसे अंबू बैग से आक्सीजन दिया जा रहा था।

मांगलिक कार्यक्रमों से लौट रहे थे

विक्रांत के ससुराल में शादी है। पांच दिन पहले चूल्हा रखने की रस्म थी। परिवार सहित वह इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जटेपुर उत्तरी गए थे। वहां से लौटते समय हादसा हो गया। जिस बाइक से टक्कर हुई, उसपर सवार सूरज व मोनू किसी के यहां मुंडन कार्यक्रम में शामिल होकर लौट रहे थे।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ऐसे हुई दुर्घटना

विक्रांत मोहद्दीपुर बिजली कालोनी की ओर स्थित अपने घर जा रहे थे। वह अपनी बाइक नहर रोड की ओर मोड़ रहे थे, उसी दौरान कूड़ाघाट की ओर से आ रहे सूरज व मोनू की बाइक से टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों बाइक पर सवार पांच लोगों की मौत हो गई। इसी दौरान वहां से गुजर रहा एक अन्य युवक भी टकरा गया। बाइक से टकराने के बाद वह पीछे से आ रहे ट्रक से जा भिड़ा।

डीएम, एसएसपी ने पहुंचे मेडिकल कालेज

घटना की सूचना पाकर डीएम कृष्णा करुणेश व एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर देर रात मेडिकल कालेज पहुंचे। वहां उन्होंने डाक्टरों से बात कर घायलों का उचित उपचार करने का निर्देश दिया। परिजनों से बात कर उन्हें ढांढस भी बंधाया। डीएम ने बताया कि इस दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हुई है। तीन घायल हैं। घायलों का इलाज चल रहा है।

थोड़ी देर में अस्पताल पर जमा हो गए परिजन

दुर्घटना की सूचना मिलने पर थोड़ी ही देर में तीनों परिवार के लोग अस्पताल पर जमा हो गए। विक्रांत के घर एवं ससुराल के लोग जिला अस्पताल व मेडिकल कालेज पर मौजूद रहे। उनका रो-रो कर बुरा हाल है। अंगद की हालत नाजुक देखकर एक रिश्तेदार मेडिकल कालेज में अचेत भी हो गए। साथ मौजूद परिवार के अन्य सदस्य उन्हें संभालने में जुट गए। इधर सूरज व मोनू के परिजन जिला अस्पताल के इमरजेंसी पहुंच गए थे।

11 को है विक्रांत के साले की शादी

विक्रांत अपने परिवार के साथ जटेपुर उत्तरी के बांसफोड़ टोला स्थित ससुराल गए थे। उनके साले की 11 दिसंबर को शादी है। पांच दिन पहले से ही कार्यक्रम शुरू हो जाता है। सभी रिश्तेदार वहां जुटे थे। विक्रांत, उनकी पत्नी व तीनों बच्चे भी कार्यक्रम में शामिल होने गए थे।

काश! मान ली होती ससुराल के लोगों की बात

ससुराल के लोगों ने खाना खाने के बाद घर पर ही रुकने का अनुरोध विक्रांत से किया था। लेकिन शहर में ही घर होने के कारण वह पत्नी व बच्चों के साथ घर के लिए रवाना हो गए। मेडिकल कालेज में मौजूद उनके ससुराल के लोग यही बात कह रहे थे कि काश! विक्रांत रुकने की बात मान गए होते।

शादी में नाचने को लेकर उत्सुक थी लाडो

मेडिकल कालेज में मौजूद लाडो की नानी का रो-रो कर बुरा हाल है। वह रोते हुए कह रही थीं कि अब शादी में कौन नाचेगा। परिजनों ने बताया कि लाडो शादी में डांस करने को लेकर काफी उत्सुक थी।

चार परिवारों में पसर गया मातम

इस दुर्घटना के कारण चार परिवारों में मातम पसर गया। विक्रांत का हंसता, खेलता परिवार गम में डूब गया है। एक साथ पिता व दो मासूम बेटियों की मौत से विक्रांत के घर, उनकी ससुराल के लोगों पर मानो वज्रपात हो गया हो। शादी वाले घर में अब लोगों को यह समझ नहीं आ रहा कि कैसे आगे के कार्यक्रम करें। इधर सूरज व मोनू के परिजनों पर भी दुखों का पहाड़ टूट गया।