गांव में प्राचीन मंदिर को बचाने की मांग ग्राम प्रधान संदीप मोदनवाल ने तहसील प्रशासन से लगाई गुहार

जिला संवाददाता चंद्र प्रकाश मौर्य की रिपोर्ट उत्तर प्रदेश
गोरखपुर। बांसगांव तहसील क्षेत्र के ग्राम करवल उर्फ मझगांवा (थाना गगहा) में स्थित प्राचीन माँ करवल देवी मंदिर की सुरक्षा और विकास की मांग को लेकर ग्राम प्रधान संदीप मोदनवाल ने तहसील प्रशासन से हस्तक्षेप की अपील की है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह मंदिर गांव की सरकारी भूमि गाटा संख्या 584 ग, रकबा 231 हेक्टेयर पर स्थित है। वर्षों से यहां पूजा-अर्चना, धार्मिक कथा, शादी-विवाह और मुंडन संस्कार जैसे कार्यक्रम आयोजित होते आ रहे हैं। मंदिर में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है।
ग्राम प्रधान संदीप मोदनवाल ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में धर्मशाला निर्माण, इंटरलॉकिंग, सुंदरीकरण, शुद्ध पेयजल व्यवस्था, सामुदायिक शौचालय और साफ-सफाई जैसे कार्य किए जा रहे हैं। साथ ही मंदिर की सुरक्षा और सौंदर्यीकरण हेतु बाउंड्रीवॉल और मुख्य द्वार का निर्माण भी प्रस्तावित है।
ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ असामाजिक तत्व मंदिर की भूमि पर कब्ज़ा करने की कोशिश कर रहे हैं और मंदिर के गेट को नुकसान पहुँचा चुके हैं। इससे गांव में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
ग्राम प्रधान ने तहसील दिवस अधिकारी को पत्र भेजकर आग्रह किया है कि मंदिर की पवित्रता और शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और बाउंड्रीवॉल व गेट निर्माण की अनुमति दी जाए।
इस बीच, आज 18 अगस्त की शाम 5 बजे उपजिलाधिकारी स्वयं माँ करवल देवी मंदिर पहुंचे और दोनों पक्षों से बातचीत कर जल्द ही मंदिर के विकास कार्य शुरू कराने का आश्वासन दिया।
ग्राम प्रधान संदीप मोदनवाल ने स्पष्ट किया—
"हमारा उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ मंदिर का विकास है। हम सब सौभाग्यशाली हैं कि ग्राम सभा में माँ करवल देवी माता विराजमान हैं। मंदिर का पैसा न हम खाएंगे और न ही किसी को खाने देंगे। मंदिर की धनराशि केवल मंदिर के विकास में ही खर्च होगी। यही मेरा संकल्प है।"