बारात जा रहे युवकों पर अंधाधुंध फायरिंग: गाड़ी ओवरटेक कर मारी गोली, दो घायल – गोरखपुर में सनसनी

बारात जा रहे युवकों पर अंधाधुंध फायरिंग: गाड़ी ओवरटेक कर मारी गोली, दो घायल – गोरखपुर में सनसनी

विस्तृत समाचार
क्राइम रिपोर्टर | गोरखपुर, उत्तर प्रदेश

गोरखपुर में उस समय अफरातफरी मच गई जब एक हर्षोल्लास भरी बारात की रवानगी के बीच खूनी वारदात ने पूरे माहौल को दहला दिया। शुक्रवार देर रात, तेनुआ टोल प्लाजा के समीप अज्ञात बदमाशों ने ओवरटेक कर बारातियों की कार पर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में दो युवक बुरी तरह घायल हो गए, जिन्हें तुरंत जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है।

घटना स्थल पर खून से सनी कार, गोलियों की आवाज और घायल युवकों की चीखें देर रात तक लोगों के दिलों को झकझोरती रहीं। घायलों की पहचान शुभम यादव (उम्र 20 वर्ष, निवासी – पण्डित नगवा, थाना गगहा) और अनिल चौहान (उम्र 30 वर्ष, निवासी – मंझरिया, थाना गगहा) के रूप में हुई है। दोनों युवक एक चारपहिया वाहन से तेनुआ गांव जा रही बारात में शामिल होने जा रहे थे।

जैसे ही उनकी गाड़ी गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे से मुड़कर तेनुआ टोल प्लाजा की ओर बढ़ी, पीछे से आए बदमाशों ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक कर जबरन रोका और अचानक फायरिंग शुरू कर दी। शुभम को चालक सीट पर और अनिल को बगल की सीट पर गोली लगी। घटनास्थल पर मौजूद अन्य बारातियों और राहगीरों ने तत्परता दिखाते हुए दोनों घायलों को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें गंभीर स्थिति को देखते हुए मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।

पुलिस महकमे में घटना को लेकर हलचल मच गई है। खजनी और गीडा थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाके में हुई इस वारदात को लेकर दोनों थानों की पुलिस में शुरुआती भ्रम की स्थिति रही, हालांकि बाद में मामला गगहा थाना क्षेत्र का पाया गया।

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दोनों युवकों का दो दिन पहले कुछ लोगों से विवाद हुआ था, जिसकी वजह से इस हमले की आशंका जताई जा रही है। इस मामले में पुलिस व्यक्तिगत रंजिश और पुरानी दुश्मनी के एंगल से भी जांच कर रही है।

एसपी नॉर्थ जितेन्द्र श्रीवास्तव ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, "मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीमें गठित कर दी गई हैं, जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।"

स्थानीय लोगों में घटना को लेकर गहरा आक्रोश और भय व्याप्त है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब हाईवे और टोल प्लाजा जैसे सुरक्षित माने जाने वाले क्षेत्रों में इस तरह की वारदातें हो सकती हैं, तो आम नागरिक कैसे खुद को सुरक्षित महसूस कर सकते हैं?


सारांश:
गोरखपुर के तेनुआ टोल प्लाजा पर बदमाशों द्वारा बारात जा रहे युवकों पर की गई गोलीबारी ने न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि अब खुशियों की रवानगी भी असुरक्षित हो गई है। पुलिस को चाहिए कि वह जल्द से जल्द आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाकर आमजन में विश्वास बहाल करे।


समाज के लिए संदेश:
इस घटना से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि व्यक्तिगत रंजिश, युवाओं के बीच बढ़ती हिंसक प्रवृत्ति और खुलेआम हथियारों का प्रदर्शन अब हमारे सामाजिक ताने-बाने को खतरे में डाल रहा है। ऐसे में समाज और प्रशासन दोनों की जिम्मेदारी बनती है कि समय रहते ऐसी घटनाओं पर रोक लगे और शांति का माहौल कायम हो।